मुंबई
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार की आज पहली परीक्षा है. महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव सरकार के बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस ने पेच फंसा दिया है. कांग्रेस ने ऐन मौके पर डिप्टी सीएम की मांग की है, कांग्रेस चाहती है कि राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अलावा उनकी पार्टी का भी डिप्टी सीएम हो.
रविवार को होगा स्पीकर का चुनाव
बहुमत परीक्षण से पहले शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे विधानभवन में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी विधायकों की बैठक होगी. जिसमें स्पीकर पद पर चर्चा की जाएगी. बैठक में कांग्रेस आज स्पीकर उम्मीदवार का नाम सुझाएगी. दरअसल, दोपहर 12 बजे तक स्पीकर पद के लिए नामांकन किया जाना है, कल यानी रविवार को स्पीकर का चुनाव होगा.
सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम और स्पीकर को लेकर कांग्रेस और एनसीपी में रस्साकशी है. कांग्रेस-एनसीपी दोनों ही पार्टियां स्पीकर का पद नहीं छोड़ना चाहती थीं. कांग्रेस ने NCP के सामने स्पीकर की पोस्ट छोड़ने के बदले दो डिप्टी सीएम के पदों का रखा प्रस्ताव. सूत्रों के मुताबिक एनसीपी इस प्रस्ताव पर राजी नहीं है.
महाराष्ट्र में जल्द होगा मंत्रिमंडल विस्तार
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही होगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद है. राज्य में कांग्रेस के पास कुल 44 विधायक हैं, जिनमें से 12 विधायकों को मंत्री पद मिलना है. कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं बाला साहेब थोराट और नितिन राउत ने गुरुवार शाम ठाकरे के साथ शपथ ग्रहण कर लिया है. अब 10 अन्य विधायकों को मंत्री पद दिया जाना है.
सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के ज्यादातर विधायक पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं. वहीं कांग्रेस के पास वरिष्ठ नेताओं की कोई कमी नहीं है, कांग्रेस के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण भी मैदान में हैं. विधानसभा अध्यक्ष पद को भी कांग्रेस की ही पसंद कहा गया है.
दिलीप वाल्से-पाटिल करेंगे विधानसभा के विशेष सत्र की अध्यक्षता
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता दिलीप वाल्से-पाटिल महाराष्ट्र विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) होंगे. दिलीप वाल्से आज यानी शनिवार को बुलाए गए सदन के विशेष सत्र की अध्यक्षता करेंगे. बता दें कि उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अब उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करना है. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस वाली सत्तारूढ़ 'महा विकास अघाड़ी' ने अपने पास 170 विधायकों का समर्थन होने की बात कही है.