नई दिल्ली/भोपाल
महाराष्ट्र (Maharashtra) में शुक्रवार देर रात से बदले सत्ता के समीकरण ने सियासी हलचल बढ़ा दी है. एक दिन पहले तक जहां राज्य में शिवसेना (Shiv Sena) के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस (Congress) के बीच सरकार गठन की बातचीत चल रही थी, वहीं देर रात देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और अजित पवार (Ajit Pawar) के शपथ ग्रहण के साथ ही पूरा समीकरण बदल गया. इस क्रम में अब महाराष्ट्र में विधायकों के दल-बदल का खतरा बढ़ गया है. इसके मद्देनजर एनसीपी और कांग्रेस अपने-अपने विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है. मध्य प्रदेश सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को कुछ दिनों के लिए मध्य प्रदेश भेज सकती है, ताकि उन्हें सरकार गठन के दौरान खरीद-फरोख्त से बचाया जा सके.
महाराष्ट्र में सरकार गठन के बीच कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को सुरक्षित रखने की कवायद में जुट गई है. कांग्रेस हाईकमान ने इस संबंध में एमपी के सीएम कमलनाथ से चर्चा की है. बताया गया है कि महाराष्ट्र कांग्रेस अपने विधायकों को भोपाल भेजने वाली है. महाराष्ट्र में बहुमत हासिल करने तक विधायक भोपाल में रह सकते हैं. विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए पार्टी ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से भी बात की है. हालांकि यह बात अभी पूरी तरह से तय नहीं हुई है कि महाराष्ट्र के विधायक एमपी, छत्तीसगढ़ या राजस्थान में से सबसे सुरक्षित किस जगह भेजे जा सकते हैं. इस बीच सूत्रों ने यह भी कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच बातचीत हुई है. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के विधायक भोपाल भेजे जा सकते हैं. दोपहर बाद इस मामले पर निर्णय लिया जा सकता है.
इससे पहले महाराष्ट्र में तेजी से बदले घटनाक्रम के बीच एनसीपी और शिवसेना ने संयुक्त प्रेस रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी के ऊपर निशाना साधा. इसके बाद कांग्रेस ने भी प्रेसवार्ता कर भाजपा पर हमला बोला. कांग्रेस की प्रेस वार्ता में अहमद पटेल के साथ वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी थे. इन नेताओं ने ताजा घटनाक्रम को लेकर कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ेगी. अहमद पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में बिना बैंड बाजा और बारात के मुख्यमंत्री व डिप्टी सीएम की शपथ ली गई. उन्हें बिना किसी जांच के शपथ दिला दी गई. पटेल ने कहा कि नेता चोरी छिपे जाते हैं और शपथ लेते हैं. सब कुछ छिपाकर किया गया. यह कहीं ना कहीं कुछ गत होने का संकेत है. उधर, शिवसेना ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि उसकी पार्टी ही सरकार बनाएगी. शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार शिवसेना की ही बनेगी. अजित पवार अकेले पड़ जाएंगे. उन्होंने जिन विधायकों के समर्थन की बात कही है वे भी हमारे ही साथ हैं.