नई दिल्ली
दिल्ली में हिंसा के हालातों के बीच सीआरपीएफ के तेज-तर्रार अफसर और वर्तमान में डीजी ट्रेनिंग एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली का स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ ऐंड ऑर्डर) बनाया गया है। दो साल पहले तक जम्मू-कश्मीर के स्पेशल डीजी रहे एसएन श्रीवास्तव को घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट के दौरान आर्मी के साथ काम करने के कौशल के लिए जाना जाता है। एसएन श्रीवास्तव का कार्यकाल 30 जून 2021 तक है और यह चर्चा है कि आने वाले वक्त में उन्हें दिल्ली का पुलिस कमिश्नर भी बनाया जा सकता है।
दिल्ली पुलिस की ऐंटी टेरर सेल के विशेष आयुक्त रहे श्रीवास्तव को पूर्व में सीआरपीएफ के वेस्टर्न जोन का एडीजी बनाया गया था। इस दौरान श्रीवास्तव के नेतृत्व में ही सीआरपीएफ और भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में कई ऐंटी टेरर ऑपरेशन चलाए थे। इनमें ऑपरेशन ऑल आउट जैसे बड़े ऑपरेशन भी शामिल थे।
घाटी में हिज्बुल के अंत के लिए मशहूर
1985 बैच के AGMUT कैडर के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव तेज-तर्रार अफसरों में गिने जाते हैं। अपने NO-NONSENSE रवैये के लिए मशहूर श्रीवास्तव को पूर्व में कश्मीर में आतंक के खात्मे का काम सौंपा गया था। 2017 के साल में श्रीवास्तव के साथ दक्षिण कश्मीर में सीआरपीएफ ने तमाम ऐंटी टेरर ऑपरेशंस को अंजाम दिया। इनमें ऑपरेशन ऑल आउट के तहत हुए कई ऐसे एनकाउंटर भी शामिल थे, जिनमें हिज्बुल के कई टॉप कमांडर्स का अंत किया गया था।
ऑपरेशन ऑल आउट के दौरान किया काम
जम्मू-कश्मीर में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक, राज्य में हिज्बुल मुजाहिदीन के अंत का श्रेय भी एसएन श्रीवास्तव को दिया जाता रहा है, क्योंकि हिज्बुल के खिलाफ हुए ऑपरेशंस में उन्होंने आर्मी के साथ बेहद ही संजीदगी से सारी कार्रवाईयों को अंजाम दिया था।