बेंगलुरु
कर्नाटक के 15 विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव होने हैं. सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी. उपचुनाव के नतीजे 9 दिसंबर को आएंगे. इन उपचुनाव के परिणामों से तय होगा कि कर्नाटक में चार महीने पुरानी बीजेपी सरकार टिकी रहेगी या गिर जाएगी. आपको बता दें कि इन 15 सीटों में से कम से कम 6 सीटों पर जीत येदियुरप्पा सरकार के लिए बहुत जरूरी है.
इन सीटों पर होना है उपचुनाव
आपको बता दें कि कर्नाटक में उपचुनाव यहां की अठानी, कगवाड़, गोकक, येलापुर, हिरेकेरूर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबेलापुर, के.आर. पुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजीनगर, होसाकोटे, के.आर. पेटे, हुनसूर सीटों पर होंगे. मुसकी (राइचुर जिला) और आर.आर. नगर (बेंगलुरू) के उपचुनाव पर कर्नाटक उच्च न्यायालय में मई 2018 विधानसभा चुनाव के नतीजे को लेकर दायर मुकदमे की वजह से रोक लगा दी गई है.
भाजपा ने बागियों को दिया है टिकट
बीजेपी ने चुनावी मैदान में कांग्रेस और जेडीएस छोड़कर आए क्रमश: 11 और तीन विधायकों को उतारा है. इन लोगों ने 14 नवंबर को सत्तारूढ़ पार्टी का दामन थाम लिया था. सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर को अपने फैसले में इनकी अयोग्यता बरकरार रखते हुए इन्हें दोबारा चुनाव लड़ने की इजाजत दी थी. गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने 25 और 28 जुलाई को इन विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था.
कुल 165 उम्मीदवारों की किस्मत का होगा फैसला
15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 165 उम्मीदवार खड़े हैं, जिसमें 126 निर्दलीय और नौ महिलाएं शामिल हैं. बीजेपी और कांग्रेस सभी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि जेडीएस ने 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं, जहां चुनाव त्रिकोणीय होने की संभावना है. बेलगावी जिले के अठानी, उत्तर कन्नड़ जिले के येलापुर और बेंगलुरू ग्रामीण जिले के होसाकोटे में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है.
21 हजार मतदान अधिकारी और 19 हजार सुरक्षाकर्मी कराएंगे मतदान
जानकारी के मुताबिक 15 विधानसभा क्षेत्र में 38 लाख से ज्यादा मतदाता है, जिसमें 19.25 लाख पुरुष और 18.52 लाख महिलाएं हैं. 5 विधानसभा क्षेत्रों के 884 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों सहित 4185 मतदाता केंद्रों पर मतदान होंगे. इन मतदान केंद्रों पर पूरे दिन के मतदान के लिए कुल 8,326 बैलेट यूनिट्स, 8,186 कंट्रोलिंग यूनिट्स और 7,876 वीवीपीएटी मौजूद रहेंगे. सुरक्षा की बात करें तो इन 15 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए 21,000 मतदान अधिकारी और करीब 19,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है, जिसमें राज्य पुलिस और केंद्रीय बल भी शामिल हैं.