जांजगीर चांपा
नगरपालिका जांजगीर नैला क्षेत्र के निवासियों की प्यास बुझाने के लिए 34 करोड़ 55 लाख रूपए का जल आवर्धन योजना अब जांजगीर नगर वासीयों के लिए मुसीबत बन रहा है। यहां पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है वहां रोड को तोड़ कर निर्माण एंजेसी द्वारा काम कराया जा रहा है। जिससे वार्ड मे आने जाने मे मुश्किल हो रहा है। लेकिन नगर पालिका के अधिकारीयो का इस ओर ध्यान नही है , न ही वार्ड के पार्षद इस ओर ध्यान दे रहा है। नगर के लगभग सभी 25 वार्डो मे पाइप लाइन डालने को काम होना है । निर्माण एंजेसी द्वारा सीसीरोड के अलावा घरो से निकलने वाले नालीयो को तोड़ा जा रहा है। वार्डवासी महीनो से बारीश के पानी निकासी नही होने से परेशान थे अब बारीश बंद होने के बाद एक और नई मुसीबत आ गया हैं। जगह- जगह पाइप डालने के लिए गढढे खोदे जा रहे है जिससे मिटटी रोड में फैलने के कारण रोड में कीचड़ हो रहा हैं. वही रोड़ में बिखरे मिटटी के ढेर से आने जाने मे परेशानीयो का सामना करना पड़ रहा है।
नगरवासीयो ने जब इसकी शिकायत नगर पालिका के अधिकारी से किये तो अधिकारी ने ठेकेदार को तलब कर फटकार लगाई। वही निर्माण में किसी प्रकार की गुणवत्ताहीन कार्य नही करने की समझाइस दी। जल आवर्धन योजना के तहत चांपा से होकर गुजरी हसदेव नदी से जिला मुख्यालय जांजगीर के घरों में पानी पहुंचाना है। इसके लिए मल्टी अर्बन इन्फ्रा सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड को ठेका मिला है। इस कार्य के लिए 34 करोड़ 55 लाख खर्च होना है. जिसके तहत 90 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाना है। कार्य का वर्क आर्डर बीते पांच अगस्त को जारी हुआ है। वहीं ठेकेदार को दो साल की समयावधि दी गई है। नदी से पानी लाने बिरगहनी के पास देवरहा में इंटकवेल बनेगा। साथ ही फिल्टर प्लांट का निर्माण भी होगा। रेल लाइन के किनारे पाइप लाइन के जरिए फिल्टर प्लांट से पानी शहर के टंकी में पहुंचेगा। इसके लिए शहर में दो जगह पर 9 लाख और 24 लाख लीटर क्षमता की पानी टंकी भी बनाई जाएगी. जहां से पाइप लाइन के जरिए शहर के घरों में पानी पहुंचेगा। लेकिन वर्तमान में चल रहे कार्यो को देखकर नहीं लगता कि घरों में पानी पहुंच पाएगा।