भोपाल। होशंगाबाद में अवैध रेत खनन और परिवहन को लेकर भिड़े कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और एसडीएम रवीश श्रीवास्तव को नर्मदापुरम कमिश्नर रविन्द्र मिश्रा ने आज कमिश्नर कार्यालय बुलाया। मुख्य सचिव एसआर मोहंती के निर्देश पर हुई इस पेशी में कमिश्नर ने कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह, एसडीएम रवीश श्रीवास्तव और उनकी ओर से आए एक दर्जन से अधिक गवाहों से बातचीत कर उनका पक्ष सुना। नर्मदापुरम कमिश्नर कार्यालय में कमिश्नर रविन्द्र मिश्रा ने पहले कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह से उनकी बात सुनी। इसके बाद एसडीएम रवीश श्रीवास्तव से उनका पक्ष सुना। इसके बाद कलेक्टर और एसडीएम की ओर से उनके पक्ष में गवाही देने पहुंचे खनिज निरीक्षक, नायब तहसीलदार, स्टेनो, पीए, ओएसडी और कुछ रेत कारोबारियों से भी बात की। कलेक्टर का कहना था कि हाईकोर्ट में आॅफिसर्स क्लब की जमीन का मामला विचाराधीन है, उसमें महाधिवक्ता ने जानकारी बुलाई थी। एसडीएम को इसकी फाइल तहसीलदार को देने को कहा गया था। जब फाइल नहीं पहुंची, तो एसडीएम और तहसीलदार को पूछताछ के लिए बुलाया था। बंधक बनाए जाने की बात पूरी तरह गलत है। वहीं एसडीएम ने एक रेत कारोबारी के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने से रोके जाने के लिए यह सारा बखेड़ा करने की बात कही। वहीं, रेत कारोबारियों ने भी विभिन्न अनुमतियां देने के लिए वसूली किए जाने और परेशान करने के आरोप लगाए।