नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। उन अकाउंट्स को जिनपर उनके करोड़ों फॉलोअर्स हैं। ये फॉलोअर्स सिर्फ भारत से नहीं बल्कि विदेशों में भी हैं। यहां तक खुद फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने उन्हें कंपनी के हेडक्वॉर्टर्स में बुलाया था और मोदी सरकार के फ्लैगशिप प्रोग्राम 'डिजिटल इंडिया' के समर्थन में अपनी प्रोफाइल पिक्चर तक बदल डाली थी।
बात सितंबर, 2015 की है जब जकरबर्ग ने पीएम मोदी को इनवाइट किया था। वह कैलिफॉर्निया स्थित फेसबुक हेडक्वॉर्टर्स में टाउन हॉल मीटिंग के लिए गए थे। पीएम मोदी से मुलाकात के ठीक कुछ देर पहले जकरबर्ग ने फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदल डाली थी। इसके बाद पीएम मोदी ने और भारत में उनके कई प्रशंसकों ने अपनी फोटो बदल दी थी।
जकरबर्ग ने फेसबुक पर तब लिखा था, 'मैंने डिजिटल इंडिया के समर्थन में अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदली है, यह भारत सरकार की ग्रामीण समुदाय से इंटरनेट को जोड़ने और उन्हें अधिक से अधिक सेवाएं ऑनलाइन पहुंचाने की कोशिश है। मैं पीएम मोदी से आज फेसबुक में मिलने का इंतजार कर रहा हूं।'
प्रोफाइल पिक्चर के ऊपर तिरंगा नजर आ रहा था। टाउन हॉल प्रोग्राम में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया को लेकर अपने प्रेम को जाहिर किया था। उन्होंने कहा था, 'मुझे बहुत पढ़ने लिखने का अवसर नहीं मिला। मेरी दुनिया कुछ शब्दों के इर्द-गिर्द घूमती रही। लेकिन सोशल मीडिया ने उस गैप को भर दिया।' पीएम मोदी के उस इवेंट के दौरान फेसबुक को 40,000 से अधिक सवाल मिले थे जिनमें से कुछ जकरबर्ग ने उनके सामने रखे। इनमें भारत में इंटरनेट का विस्तार, बेरोजगारी और मोदी के मानवाधिकार रेकॉर्ड के सवाल भी शामिल थे।