ओवरलोड गाड़ियों की पासिंग कराने की काली कमाई में बड़े बदमाश उतरे, खून खराबे की आशंका

भागलपुर 
पासिंग गिरोह में करोड़ों की काली कमाई देख बड़े बदमाश व सफेदपोश तेजी से इस धंधे में कूद रहे हैं। गिरोह के बीच आपसी टकराव और खूनखराबे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बांका से भागलपुर और नवगछिया के बीच कभी भी खूनखराबा हो सकता है। गिरोह के बीच टकराव देख विधान पार्षद मनोज यादव ने एसएसपी से मिलकर पासिंग गिरोह में मचे घमासान की जानकारी दी है।

बांका से बालू और साहेबगंज से छर्री लोड करीब चार हजार ओवरलोड ट्रक व हाइवा का उत्तर बिहार और कोसी के इलाके में परिचालन होता है। पासिंग गिरोह का संबंधित अधिकारी और थाने से गठजोड़ रहता है। सुबह से रात पासिंग गिरोह के सदस्य ओवरलोड ट्रकों को पास कराते रहते हैं। जानकारी के मुताबिक, पासिंग गिरोह ट्रक मालिक से प्रति गाड़ी 1300 सौ रुपये की वसूली करता है। चार हजार ट्रकों से प्रतिदिन करीब 52 लाख रुपये की वसूली होती है। यानी पासिंग गिरोह का महीने में 15.6 करोड़ का कारोबार है। बांका से भागलपुर और नवगछिया के बीच दर्जनभर थानों को प्रति ट्रक दो सौ रुपये दिया जाता है। सहायक थानों को 50 से 60 हजार और बड़े थाने को 75 से 80 हजार रुपये के बीच फिक्स रकम दी जाती है। सूत्रों के मुताबिक, पासिंग गिरोह के सदस्य पटना से लेकर जिले के अधिकारी समेत कुछ नेताओं को फिक्स रकम देते हैं। 

पहले दलाल चलाते थे पासिंग गिरोह
पहले थानेदार, परिवहन व माइंस अधिकारी के दलाल पासिंग गिरोह चलाते थे, लेकिन सरकारी अधिकारियों पर शिकंजा कसने के बाद संबंधित इलाके के दबंगों को पासिंग गिरोह की जिम्मेदारी दी गई थी। रातोंरात काली कमाई देखकर बदमाशों की पासिंग गिरोह में इंट्री हो गई है। जानकारों की मानें तो साहेबगंज से पीरपैंती, कहलगांव, सबौर, जीरोमाइल, बांका, बौंसी, बाराहाट, अमरपुर, रजौन और जगदीशपुर के रास्ते ट्रकों को गंगा पार कराया जा रहा है। 

कहलगांव डीएसपी हो चुके हैं निलंबित
पासिंग गिरोह से साठगांठ रखने और गिरोह के सीज बैंक खातों को रिलीज करने के आरोप में कहलगांव के तत्कालीन डीएसपी मनोज कुमार सुद्धांशु को डीजीपी ने निलंबित कर दिया था। करीब दो साल पहले तत्कालीन डीएसपी दिलनवाज अहमद ने पासिंग गिरोह का उद्भेदन किया था। गिरोह के पास लाखों रुपये जब्त कर बैंक खाता को सीज किया था। तत्कालीन डीआईजी विकास वैभव ने समीक्षा कर दर्जन भर पासिंग गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया था, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण आगे की जांच नहीं हो सकी।  

विधान पार्षद मनोज यादव ने पासिंग गिरोह के बारे में जानकारी दी थी। इसकी जांच कराई जा रही है। थानेदार ओवरलोड वाहनों को लेकर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। विभागीय अधिकारी के साथ मिलकर पुलिस कार्रवाई करेगी। – आशीष भारती, एसएसपी, भागलपुर   

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment