नई दिल्ली
दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट पहलवान सुशील कुमार को सोनीपत में शुरू हुए कैंप से छूट मिली है। अगले महीने के पहले हफ्ते में होने वाले ओलिंपिक ट्रायल से पहले इस कैंप को अहम माना जा रहा है। ट्रायल में उन्हीं पहलवानों को हिस्सा लेने दिया जाएगा, जो इस कैंप का हिस्सा हैं। लेकिन, फेडरेशन ने सुशील को विशेष छूट देते हुए उन्हें खुद से तैयारी करने की छूट दी है। यह कैंप लगभग तीन महीनों तक चलेगा।
ओलिंपिक ट्रायल्स में हिस्सा लेंगे सुशील
फेडरेशन से जब पूछा कि सुशील अक्सर कैंप नहीं आते रहे हैं? इस बारे में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के असिस्टेंट सेक्रटरी विनोद तोमर ने कहा, 'सुशील पहले भी ट्रायल के लिए अपनी एंट्री भेजते रहे हैं लेकिन वह आते नहीं हैं। इसलिए इस बार हमने कैंप के लिए उन्हें नहीं बुलाया है। वह खुद से तैयारी कर रहे हैं। लेकिन वह ओलिंपिक ट्रायल्स में हिस्सा ले सकते हैं।' तोमर से जब पूछा गया कि क्या यह छूट केवल सुशील को मिली है तो उनका जवाब था, 'हां। लेकिन उस समय अगर कोई दूसरा पहलवान, जो कैंप में नहीं है और ट्रायल के लिए दावा करता है तो हम उसकी योग्यता को देखने के बाद ही कोई फैसला करेंगे। हालांकि इसकी संभावना बेहद कम है कि कैंप से बाहर के किसी पहलवान को ट्रायल में जगह मिले।'
सुशील खुद से कर रहे तैयारी
दूसरी तरफ जब इस बारे में सुशील से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि कैंप शुरू हो गया है। मैंने फेडरेशन को अपनी उपलब्धता के बारे में बता दिया था। मैं छत्रसाल स्टेडियम में खुद से प्रैक्टिस कर रहा हूं और ट्रायल के लिए पूरी तरह तैयार हूं। मेरी प्रैक्टिस अच्छी चल रही है। जब ट्रायल का समय आएगा तो मैं फेडरेशन को अपना रिक्वेस्ट लेटर भेज दूंगा।'
सुशील को जितेंद्र से मिल सकती है चुनौती
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने के पहले हफ्ते में यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम में ट्रायल आयोजित किया जाएगा। एक बार फिर ट्रायल में सारी निगाहें 74 किग्रा वैट कैटिगरी पर होंगी। वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए हुए ट्रायल में प्रवीण राणा अनफिट होने की वजह से नहीं आ पाए थे। लेकिन, इस बार वह और जितेंद्र सुशील को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।