नई दिल्ली
दिल्ली में ऑड-ईवन लागू होने के बाद सड़कों पर डीटीसी, क्लस्टर की ज्यादा से ज्यादा बसों को सड़कों पर उतारा गया है और प्राइवेट बसों की संख्या भी 700 तक पहुंच गई है। ज्यादा बसें सड़कों पर होने से डीटीसी की राइडरशिप में भी इजाफा हुआ है। ऑड-ईवन के पहले दिन डीटीसी की राइडरशिप में करीब 7 लाख का इजाफा हुआ है। ऑड-ईवन लागू होने के पहले दिन 3 नवंबर को डीटीसी में टिकट लेकर सफर करने वालों की संख्या 12 लाख 69 हजार 905 थी, जो ऑड-ईवन के पहले दिन 4 नवंबर को बढ़कर 19 लाख 65 हजार124 हो गई है, इनमें पिंक पास लेकर मुफ्त सफर योजना के तहत यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या 40 फीसदी रही है।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि ऑड-ईवन के दौरान डीटीसी के साथ-साथ मेट्रो में भी सफर करने वाले मुसाफिरों की संख्या में इजाफा हुआ है और अगले कुछ दिनों में डिटेल रिपोर्ट सरकार को मिल जाएगी। ऑड-ईवन का लोग पालन कर रहे हैं और पार्किंग पर भी इसका असर देखने को मिला है। उन्होंने बताया कि सरकार को मिली रिपोर्ट के मुताबिक कनॉट प्लेस में मेन पार्किंग करीब 50 फीसदी तक खाली है और इससे यह साफ हो जाता है कि ऑड-ईवन के कारण 50 फीसदी कारें सड़कों पर नहीं है।
बसों की संख्या में इजाफा
आंकड़ों के मुताबिक ऑड-ईवन योजना के लागू होने के पहले दिन जहां 6173 बसें सड़क पर आईं थी वहीं दसरे दिन 6219 बसें चलाई गईं। दूसरे दिन डीटीसी की 3675, क्लस्टर की 1851 और प्राइवेट बसों की संख्या 693 रही। वहीं बसों में सफर करने वाली महिलाओं की संख्या भी जो पहले 30-32 प्रतिशत थी अब 40 फीसदी हो गई है। उनका कहना है कि लोगों को आसानी से बसें मिल रही हैं और उम्मीद है कि प्राइवेट बसों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी। एसटीए ऑपरेटर एकता मंच के महासचिव श्यामलाल गोला का कहना है कि जहां पहले दिन 643 बसें चलाई थीं वहीं यह संख्या अब बढ़कर करीब 700 हो गई हैं। उनका कहना है कि बस ऑपरेटर इस योजना का समर्थन कर रहे हैं।
दूसरे दिन काटे गए 562 लोगों के चालान
ऑड-ईवन के पहले दिन जहां पूरे दिन में 271 चालान हुए थे, वहीं दूसरे दिन कुल 562 चालान किए गए थे। दूसरे दिन ट्रैफिक पुलिस ने 213 चालान किए। दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने 157 चालान और रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीमों ने 192 चालान किए थे। पहले दिन ट्रैफिक पुलिस ने 233 और ट्रांसपोर्ट व रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीमों ने 19-19 चालान किए थे। ऑड-ईवन के दौरान ट्रैफिक पुलिस की 200, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की 200 और रेवेन्यू डिपार्टमेंट की 65 टीमें तैनात हैं। बता दें कि इस नियम का पालन नहीं करने पर 4000 रुपये का चालान है।