पटना
आखिर मेरी बेटी के भविष्य का क्या होगा? अभी उसकी उम्र ही क्या हुई है? 24 साल की है अभी। पूरी जिन्दगी पड़ी है। जिस बेटी का कन्यादान किये हुए अभी नौ महीने भी नहीं हुए हैं, उस बेटी के भविष्य की चिंताओं में डूब जाना, एक पिता के लिए इससे दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है। इतना कहते ही पूर्व मंत्री चंद्रिका राय गुमसुम हो जाते हैं। चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच जाती हैं।
बेटी ऐश्वर्या को ससुराल से निकाले जाने पर सोमवार को बेली रोड स्थित अपने आवास में बैठे चंद्रिका राय दु:खी दिखे। घटनाक्रम के बारे में पूछने पर थोड़ी देर शून्य में निहारते रहे। फिर कहा, राबड़ी देवी ने मेरी बेटी का तीन महीने से खाना-पीना तक बंद करके रखा था। भूख लगती थी तो राबड़ी देवी का परिवार कहता था, बगले में बाप का घर है, चली जाओ।
बोलते-बोलते उनकी आंखों में आंसू आ गए, लेकिन किसी को जाहिर नहीं होने देने की हिम्मत भी जुटा रहे थे। बेटी को अधिकार दिलाने के लिए डटकर खड़े भी दिखे। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी अपनी लड़ाई लड़ने को सक्षम है। वह बहुत कुछ सह चुकी है। अब नहीं सहेगी। पैसा, रुतबा, मान-सम्मान सबकुछ होते हुए बेटी को सम्मान का अधिकार नहीं दिलवा पाये। कितना लड़ना पड़ेगा। बेटी की लड़ाई को राजनीति, सामाजिक और न्यायिक हर तरीके से लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि एक महिला होते हुए, दूसरी महिला के साथ इस तरह का व्यवहार राक्षसी प्रवृत्ति को दर्शाता है। उनके द्वारा लड़की के सम्मान की बात करना, पूरी तरह ढकोसला है। वास्तिवकता से परे है। लालू प्रसाद के परिवार द्वारा गरीब गुरबा के अधिकार की बात भी बेईमानी लगती है। उनकी मानवता मर चुकी है।
मारपीट कर घर से बाहर निकालने के प्रकरण में तेजस्वी द्वारा मुख्यमंत्री का नाम लिये जाने के बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि क्या राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री ने फोन कर कहा था कि आज बहू को मारिए? इसलिए इस मामले में मुख्यमंत्री या किसी दूसरे व्यक्ति का नाम लेना तेजस्वी का मंदबुद्धि होना दर्शाता है। जितना बुरा काम होगा, उसमें मुख्यमंत्री और अच्छा काम में वे लोग होंगे, ये कैसी बात है?
पिता के आवास पर रहीं ऐश्वर्या
घटना के अगले दिन सोमवार को ऐश्वर्या अपने पिता के आवास पर रहीं। हालांकि उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। मीडिया के सामने खुलकर कुछ नहीं बोलीं। हालांकि एक दिन पहले ऐश्वर्या ने सास राबड़ी देवी, ननद मीसा भारती और पति तेजप्रताप यादव के खिलाफ खुलकर बोली थीं। रोते हुए मारपीट कर घर से निकलाने का आरोप लगाया था।