गर्मी हो या फिर थोड़ी सी भी उमस बढ़ जाएं तो हम तुरंत से एसी चालू कर देते हैं। एसी में बैठकर थोड़ा सा सुकून महसूस होता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि बारिश के मौसम में उमस के दौरान एसी एक तरफ तो आपको राहत देता है लेकिन दूसरी तरफ काफी खूबसूरती को नुकसान पहुंचाता है।
आपको बता दें कि बारिश के मौसम में ज्यादा देर तक एसी में बैठने से आपकी स्किन और बाल दोनों को नुकसान पहुंच सकता है। हमारी स्किन और बालों को हेल्दी रहने के लिए नमी की जरूरत होती है। वहीं एसी हमारी स्किन और बालों से जरूरी नमी चुरा लेते हैं। मॉइश्चर कम हो जाने से त्वचा ड्राई और बाल डैमेज हो जाते हैं।
बाल टूटने लगते हैं
एक्सपर्ट की मानें तो दिन में 5 से 6 घंटे से अधिक एसी में रहने से बालों की क्वालिटी पर बुरा असर पड़ता है। बाल मुरझाएं हुए लगते हैं। हेयर फॉल भी बढ़ जाता है और स्कैल्प की नमी खो जाने से पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं, रिजल्ट के रुप में हेयरग्रोथ बंद हो जाती है।
त्वचा खोने लगती है चमक
एसी में अधिक देर तक बैठने से ना केवल स्किन, बल्कि बालों पर भी बुरा असर होता है। एसी हमें बाहर के एगार्न्मी से बचाता है लेकिन अधिक ठंडक के कारण त्वचा की नमी खोने लगती है। त्वचा के साथ बालों की भी आवश्यक नमी गायब होने लगती है जिसकी वजह से बाल रुखे और बेजान होने लगते हैं। ठीक वैसे ही जैसे सर्दियों के मौसम में रुखे बाल होते हैं।
खूब पानी पीएं
स्किन को डैमेज से बचाने के लिए एसी का इस्तेमाल कम से कम करें। अगर एसी में बैठना मजबूरी हो तो बार-बार पानी पीते रहें। पानी आपके शरीर की कई चीजों को कंट्रोल में रखता है। बार-बार मॉइश्चराइजर और सीरम का इस्तेमाल करें। चेहरे को ड्राई होने न दें। हाथों पर लोशन लगाते रहें। हेल्दी स्किन के लिए सिर्फ पानी पीना काफी नहीं डाइट में फल और हरी सब्जियां भी शामिल करें।
खानपान पर दे ध्यान
ऐसे फल खाएं जिनमें पानी की मात्रा काफी ज्यादा हो। बालों को सुरक्षित रखने के लिए स्कैल्प पर ऐलोवेरा जेल लगाएं और उसे मॉइश्चराइज्ड रखें। इसके साथ ही नारियल तेल या ऑलिव ऑइल की मसाज भी काफी फायदेमंद होती है। सप्ताह में एक बार बालों का मसाज करना बहुत जरूरी है। बीच-बीच में बाहर निकलते रहें ताकि बालों और त्वचा को मॉइश्चर मिलता रहे।
विटामिंस को अपनी खुराक में करें शामिल
त्वचा से नमी कम होने पर समय से पहले ही बूढ़ापन या झुर्रियां आ सकती हैं। इससे बचने के लिए विटमिन्स की मदद ली जा सकती है। एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए विटमिन ई का कैप्सूल खाया जा सकता है या फिर स्किन पर भी लगाया जा सकता है लेकिन कोई भी सप्लिमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।