एरिया 51 का नाम तो आपने सुना होगा। यह अमेरिका के नेवादा में स्थित दुनिया की सबसे रहस्यमयी जगह मानी जाती है। फिलहाल यह जगह पूरे सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि 'इमर्सिव एंटरटेनमेंट' नाम की एक कंपनी ने एरिया 51 पर छापा मारने की घोषणा की है, इस आस में कि वहां उसे एलियंस यानी परग्रही देखने को मिलेंगे। कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि इस पूरे घटनाक्रम का सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।
कंपनी का दावा है कि एलियंस या परग्रही एरिया 51 में बंधक बनाकर रखे गए हैं, उन्हें आजाद कराया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस क्षेत्र में घुसपैठ करने के लिए लोग इकट्ठा भी होने लगे हैं। लोगों का कहना है कि वो एलियन देखकर ही जाएंगे। अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में एरिया 51 में एलियंस को बंधक बनाकर रखा गया है? अगर नहीं तो ये जगह इतनी रहस्यमयी क्यों है और बाहरी लोगों को इस जगह के बारे में कोई जानकारी क्यों नहीं है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एरिया 51 में अमेरिका का एयर फोर्स बेस है, लेकिन इसके अंदर क्या होता है, यह पूरी तरह से गुप्त रखा जाता है। यहां कई जगहों पर चेतावनी भरे बोर्ड लगे हुए हैं, हर वक्त सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होती है। इसके अलावा सशस्त्र गार्ड पूरे इलाके की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। यहां तक कि एरिया 51 के ऊपर से विमानों की उड़ान भी प्रतिबंधित है।
बीबीसी के मुताबिक, एरिया 51 को अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शीत युद्ध के दौरान विमान के परीक्षण और विकास के लिए बनाया गया था। हालांकि यह साल 1955 में खोला गया था, लेकिन कई सालों तक इस जगह के बारे में लोगों को पता ही नहीं था। पहली बार इसके अस्तित्व को साल 2013 में सीआईए ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया था। इसके चार महीने बाद तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी सार्वजनिक तौर पर एरिया 51 का जिक्र किया था।
ऐसा माना जाता है कि अमेरिकी सेना अत्याधुनिक विमानों को विकसित करने के लिए एरिया 51 का उपयोग करती है। माना जाता है कि लगभग 1,500 लोग वहां काम करते हैं, जिसमें से कई लोग लास वेगास से चार्टर्ड विमान के जरिए आते हैं।
एरिया 51 के आसपास जिस तरह की गोपनीयता है, उससे मन में कई तरह के सवाल पैदा होते हैं। ऐसा दावा किया जाता है कि साल 1947 में न्यू मैक्सिको के रोसवेल में एलियन का एक अंतरिक्ष यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, उस यान को और उसके पायलटों के शवों को यहां रखा गया है। हालांकि अमेरिकी सरकार का कहना है कि वो कोई एलियन का विमान नहीं था बल्कि एक वेदर बैलून था, जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
वहीं कई लोगों का यह भी दावा है कि एरिया 51 के ऊपर या आसपास कई बार यूएफओ को देखा गया है, जबकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि एलियंस ने उनका अपहरण कर लिया था और उनपर कई तरह के प्रयोग किए, फिर बाद में पृथ्वी पर वापस छोड़ दिया।
साल 1989 में रॉबर्ट लेजर नाम के एक व्यक्ति ने दावा किया था कि उसने एरिया 51 के अंदर एलियन तकनीक पर काम किया है। उसने दावा किया था कि उसने एलियंस की मेडिकल तस्वीरें भी देखी हैं। अब बात चाहे जो भी हो, लेकिन एरिया 51 की 'रहस्यमयी दुनिया' मन में बहुत सारे सवाल पैदा करती है, जिसका जवाब अब तक आधिकारिक तौर पर कोई नहीं दे सका है।