भोपाल
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों के बिजली उपभोक्ताओं को आगामी ग्रीष्मकाल एवं मानसून में निर्बाध गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये विद्युत इन्फ्रा-स्ट्रक्चर का प्री एवं पोस्ट मानसून रख-रखाव प्रभावी ढंग से करने के निर्देश दिये गये हैं। कम्पनी ने कहा है कि प्लांट शटडाउन के दौरान उपभोक्ताओं को कोई परेशानी न हो, इस बात का भी ध्यान रखा जाये। यह रख-रखाव कार्य एक अप्रैल से 15 जून तक जारी रहेगा।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री मनीष सिंह ने गर्मी एवं बारिश के दौरान रख-रखाव कार्य की निगरानी के लिये संभाग स्तर पर नोडल अधिकारी और वृत्त स्तर पर मॉनीटरिंग अधिकारी (महाप्रबंधक) नामित किये हैं। संधारण कार्य की निगरानी के लिये नामित अधिकारी रख-रखाव के दौरान अति आवश्यक होने पर ही अवकाश लेंगे। अवकाश अवधि के लिये लिंक ऑफीसर भी नियुक्त कर दिये गये हैं। कम्पनी ने आने वाले गर्मी के सीजन को देखते हुए सुबह 7 से 11 बजे तक मात्र चार घंटे शटडाउन लेने के लिये कहा है।
विद्युत इन्फ्रा-स्ट्रक्चर रख-रखाव कार्य के दौरान इस बात का ध्यान रखा जायेगा कि जल-प्रदाय में कोई दिक्कत न आये। हाट-बाजार के दिनों में रख-रखाव न किया जाये। शिक्षण संस्थाओं में परीक्षा के दिनों का ध्यान रखा जाये। शटडाउन का प्रचार-प्रसार हाट बाजार में भी किया जाये। अस्पतालों में विद्युत आपूर्ति का विशेष ध्यान रखा जाये। कम्पनी ने यह भी निर्देश दिये हैं कि अलग-अलग फीडरों पर शटडाउन लेते वक्त यह ध्यान रखा जायेगा कि यदि एक ही फीडर पर अधिक टीमों से रख-रखाव का कार्य कराया जायेगा, तो शटडाउन की अवधि में कमी आयेगी।
कम्पनी द्वारा शटडाउन के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये मैदानी अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिये गये हैं। प्रेस विज्ञप्ति और व्हाट्सएप के माध्यम से प्रचार-प्रसार होगा। साथ ही, महाप्रबंधक स्थानीय स्तर पर प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को प्रतिदिन ब्रीफ करेंगे। कम्पनी ने रख-रखाव के लिये अंतर्विभागीय स्तर पर समन्वय कायम रखने के निर्देश जारी किये हैं ताकि मेन्टीनेंस प्रभावी ढंग से हो सके और मॉनीटरिंग भी की जा सके। मेन्टीनेंस के दौरान लाइन कर्मचारियों की सुरक्षा की दृष्टि से केवल अधिकृत कर्मचारी द्वारा ही परमिट लिया जायेगा। सम्पूर्ण सुरक्षा उपकरणों के साथ सुरक्षा और सावधानियों का भी पालन किया जायेगा।