भोपाल
प्रदेश सरकार के एक साल पूरे होने पर आज नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव ने अपने विभाग का लेखा-जोखा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर रखा। यादव ने दावा किया है कि एक वर्ष में प्रदेश में ग्रिड कनेक्टेड परियोजनाआें में 670 मेगावाट क्षमता की बृद्धि हुई है। जिसमें 645 मेगावाट की सौर परियोजनाएं एवं 25 मेगावाट क्षमता की बायोमास परियोजनाएं स्थापित की गई।
अगले चार वर्षों में लगभग 6 हजार मेगावाट क्षमता की नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा आधारित परियोजना और स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रीवा के प्लांट से प्रतिदिन 99 मेगावॉट बिजली दिल्ली मेट्रो को दी जा रही है।
यादव ने बताया कि सोलर पार्क योजना के तहत सरकार ने आगर, शाजापुर, नीमच जिलों में 1500 मेगावॉट के सोलर परियोजनाएं लगाने का निर्णय लिया है। भूमि का आवंटन विभाग को हो चुका है। बुंदेलखण्ड और चंबल अंचल में भी नये सौर पार्क स्थापित करने की प्रकिया प्रारंभ कर दी है। सागर जिले के देवरी, बण्डा, केसली, जैसीनगर और मुरैना जिले के मुरैना, जौरा और कैलारस में ये सोर परियोजनाएं प्रारंभ होगी। इनकी कुल क्षमता लगभग 2000 मेगावाट होगी।
विश्व की सबसे बड़े स्तर की 750 मेगावाट की रीवा परियोजना का पूर्णता का दो तिहाई कार्य पिछले एक वर्ष में किया गया है। इसी माह में 750 मेगावॉट की पूर्ण क्षमता से उत्पादन प्रारंभ होने जा रहा है। प्रतिदिन 99 मेगावॉट बिजली रीवा से दिल्ली मेट्रो को दी जा रही है।
कांग्रेस सरकार ने सोलर रूफ टॉप परियोजनाओं के तहत 291 शासकीय महाविद्यालयों के भवनों में, 126 इंजीनियरिंग कॉलेज एवं आईटीआई भवनों में, 13 मेडिकल कॉलेज भवनों में, पुलिस के 107 भवनों में, 14 विश्वविद्यालय भवनों में और राज्य एवं केन्द्र सरकार के कई बिल्डिंगों में 43 मेगावाट क्षमता के सोलर रूफ टॉप परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ कर दिया है। जिसमें से 8.5 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी है। अगले 04 वर्षो में हम कम से कम 500 मेगावाट की सोलर रूफ टॉप परियोजनाएं स्थापित होंगी।