रायपुर
राजधानी से करीब सवा तीन सौ किलोमीटर दूर अंबिकापुर-कटघोरा मार्ग पर सरगुजा के उदयपुर विकासखंड के गांव सलही में अडानी विद्या मंदिर ने बच्चों के बेहतर पोषण के लिए मिसाल पेश की है। यहां सिर्फ पढ़ाई नहीं हो रही, बल्कि बच्चों को मिड डे मील के साथ-साथ नाश्ता भी परोसा जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि नाश्ता और खाने के लिए बच्चों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। आसपास से लगे गांव की माताओं का महिला समूह बनाया गया है। यही माताएं बच्चों के लिए भोजन बनाती हैं।
बच्चों के भोजन के लिए आटा, दाल और चावल गांव के लोगों से ही खरीदा जाता है। मिड डे मील में बनने वाली सब्जियां और खाने के लिए मसाले भी गांव के किसानों से लिया जा रहा है। इससे स्थानीय महिला और पुरुषों को रोजगार मिल रहा है। स्थानीय महिलाओं की ओर से तैयार स्वच्छ आहार से बच्चों का स्वास्थ्य भी बेहतर है।
हर दिन के लिए मेनू तय
खाने-खिलाने के लिए दिन के हिसाब से मेनू चार्ट तय किया गया है। बच्चों को नाश्ते में दूध के साथ दलीय, हलवा, पोहा और उपमा जैसे पौष्टिक आहार दिए जाते हैं। दिन के खाने में अरहर, छिलके वाली मूंग और मसूर की दाल के साथ चावल, ग्रीन सलाद, सोया बड़ी और पापड़ इत्यादि व्यंजनों को शामिल किया जाता है। सैकड़ों बच्चों को हर रोज महिलाओं द्वारा तैयार किये गए स्वच्छ, पौष्टिक व स्वास्थ्यवर्धक सुबह के नाश्ते व दिन के भोजन का लाभ मिलता है।