उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को खड़ा करने के लिए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी एक ओर मैराथन बैठकों के जरिए मजबूत संगठन का ताना बाना बुन रही हैं? वहीं दूसरी ओर लगातार कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम देकर आगे की लड़ाई के लिए तैयार कर रही हैं।
लोकसभा चुनाव में प्रदेश की मात्र एक सीट रायबरेली पर कांग्रेस को जीत मिल सकी थी। करारी हार के बाद से प्रियंका गांधी वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी में नए सिरे से जान फूंकने में लगी है।वह पार्टी के बड़े-छोटे नेताओं से लेकर प्रमुख कार्यकर्ताओं तक से संगठन बनाने को लेकर राय ले रही हैं।
वह लगभग हर जिले के करीब एक दर्जन नेताओं के साथ संगठन के बारे में गहन मंथन कर चुकी हैं। जिलों में भेजे गए प्रभारियों द्वारा दिए गए पैनल के नेताओं के साथ बैठक कर चुकी हैं। यहां तक कि पूर्व विधायकों के साथ भी मंथन कर चुकी हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक प्रदेश कार्यकारिणी और जिला-शहर अध्यक्षों के नाम वह तय कर चुकी हैं और कभी भी घोषणा हो सकती है।
संगठन के गठन के साथ उनकी कोशिश पार्टी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम देकर सक्रिय रखने की है। यही कारण है कि वह खुद जहां ट्विटर पर लगातार कानून-व्यवस्था से लेकर जनहित के मुद्दों पर प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला कर रही हैं। वहीं उन्नाव प्रकरण से लेकर बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ लालटेन जुलूस और हस्ताक्षर अभियान जैसे कार्यक्रमों के जरिए कार्यकर्ताओं को व्यस्त रखने के साथ उनकी सक्रियता बढ़ा रही है।