नई दिल्ली
जनवरी का महीना खत्म हो रहा है, लेकिन पहाड़ों को बर्फबारी से राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का सिलसिला जारी है. लगातार हो रही बर्फबारी से स्थानीय लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चमोली में बर्फबारी से आम जन जीवन अधिक प्रभावित हो रहा है. चमोली जिले के बिजरा गांव में दुल्हन के घर पहुंचने के लिए एक दूल्हे ने चार किलो मीटर की पैदल यात्रा की, क्योंकि इलाके में भारी बर्फबारी के कारण सड़कें बंद थीं.
उत्तराखंड में भारी बर्फबारी के बीच जब शहनाई बजी तो ऐसा लगा जैसे आसमान से गिरी बर्फ ने दूल्हे और बारातियों का स्वागत किया. बर्फ से भरे रास्तों से जब बारात निकली तो कई मुश्किलों के बाद भी लोग झूमते दिखाई दिए. बर्फबारी में बारातियों का जोश इतना हाई था कि मौसम की मार भी इनके जश्न में खलल नहीं डाल पाई. बर्फ की मार से बचने के लिए दूल्हे राजा भी छाता लेकर निकले.
बर्फ से ढकी राहों पर बारातियों के साथ दूल्हा चार किलोमीटर पैदल चलकर अपनी मंजिल तक पहुंचा. बता दें कि चमोली जिले में दो दिन से जारी भारी बर्फबारी के बीच बुधवार को यह बारात निकली. मौसम बिगड़ने की वजह से चमोली के 146 गांव प्रभावित हैं. यहां पांच मुख्य सड़कें बर्फबारी के चलते बंद हो गई हैं.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी भारी बर्फबारी ने कई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. ऊंचाई वाले इलाकों में बसे गांव बर्फ से ढके हैं. लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं और मौसम के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. गौरतलब है कि मौसम खराब होने की वजह से चमोली जिले में बुधवार को सभी स्कूल भी बंद रहे. उत्तराखंड के चमोली, टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिले में नॉन स्टॉप बर्फबारी ने लोगों की जिंदगी पर ब्रेक लगा दिया है. उम्मीद है कि फरवरी का महीना राहत लेकर आएगा.
शिमला, मनाली, डलहौजी में भी बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश के शिमला, मनाली और डलहौजी में बुधवार को और अधिक बर्फबारी हुई. जिससे पर्यटन स्थलों का नजारा और खूबसूरत हो गया लेकिन राज्य के कई हिस्सों में सड़कों पर बर्फ का ढेर जमा होने के कारण यातायात बाधित हुआ. मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि बर्फबारी और बारिश के बाद कई स्थानों पर पारा शून्य से नीचे रहा.