नीमच
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो परंपरा के नाम पर हाइवे के किनारे वैश्यावृत्ति का धंधा चला रहा था. पुलिस ने छापे के दौरान 4 नाबालिगों समेत 12 महिलाओं को हिरासत में लिया है जबकि मौके से 12 ग्राहक भी आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए. जिन्हें पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, पुलिस ने यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर अंजाम दी. पुलिस के अनुसार एक गैरसरकारी संगठन ने पुलिस को इस शर्मनाक धंधे के बारे में सूचित किया था. पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक नीमच के जेतपुरा में फोर लेन हाईवे के किनारे बांछड़ा समुदाय के लोग रहते हैं. जो अपने घर की महिलाओं और बेटियों से देह व्यापार कराते हैं.
बांछड़ा समुदाय के लोगों ने हाइवे के किनारे पर ही अपने डेरे बना रखे हैं. जहां बीते कई महीनों से जिस्मफरोशी का धंधा चलाए जाने की सूचना पुलिस को मिल रही थी. नीमच थाने के प्रभारी नरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि एनजीओ से मिली जानकारी के बाद पता चला कि बांछड़ा समुदाय अपनी नाबालिग बच्चियों से भी वैश्यावृत्ति करा रहा है.
इसी सूचना के आधार पर टीम बनाई गई और जेतपुरा में फोर लेन हाईवे के किनारे छापेमारी की गई. इस दौरान मौके से वैश्यावृत्ति में शामिल 12 ग्राहकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबकि मौके से बरामद नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड लाइन की मदद से सीडब्ल्यूसी काउंसलिंग के लिए भेजा गया.
जानकारी के मुताबिक नीमच, मंदसौर और रतलाम जिले में फोर लेन हाइवे के किनारे बांछड़ा समुदाय के लोग परंपराओं के नाम पर खुलेआम देह व्यापार करवाते हैं. जिसमें कई नाबालिग बच्चियों को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया जाता है.
कुछ रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि करीब 2 हजार से ज्यादा नाबालिग बच्चियां को अब तक हाइवे पर ही जिस्मफरोशी के धंधे में झोंका जा चुका है. अब पुलिस पकड़ी गई महिलाओं और अन्य आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि सख्त कार्रवाई और जागरुकता से परंपरा के नाम पर चलने वाले धंधे को बंद किया जा सकता है.