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इस हफ्ते 3000 करोड़ रुपये का बकाया चुका सकती है वोडा आइडिया

मुंबई
वोडाफोन आइडिया इस हफ्ते स्पेक्ट्रम फीस बकाया में से करीब 3000 करोड़ रुपये सरकार को दे सकती है। कंपनी यह कदम बैंक गारंटी भुनाए जाने से रोकने के लिए उठा सकती है। इसका मकसद यह संकेत देना भी हो सकता है कि कंपनी का जानबूझकर सरकारी देनदारी नहीं चुकाने का कोई इरादा नहीं है।

मिलता है ग्रेस पीरियड
इस पेमेंट के लिए डेडलाइन मंगलवार की है और दूरसंचार कंपनियों को 10 दिनों का ग्रेस पीरियड मिलता है। इसके बाद नोटिस भेजे जाते हैं और बैंक गारंटी भुना ली जाती है। मामले से वाकिफ एक शख्स ने बताया, 'वोडाफोन आइडिया इस हफ्ते स्पेक्ट्रम वाला बकाया चुका सकती है। हो सकता है कि यह पेमेंट मंगलवार को ही हो जाए।'

AGR का कुल 53000 करोड़ बकाया
वोडाफोन आइडिया को दूरसंचार विभाग को अजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू से जुड़ा करीब 53000 करोड़ रुपये का बकाया चुकाना है। उसने अब तक 3500 करोड़ रुपये चुकाए हैं और कुछ राहत की उम्मीद कर रही है। उसने कहा था कि राहत नहीं मिली तो उसे कारोबार बंद करना पड़ सकता है।

बकाया चुकाना चाहती है कंपनी
इंडस्ट्री के एक एग्जिक्यूटिव ने कहा, 'समय पर स्पेक्ट्रम से जुड़ा बकाया चुकाने से यह मजबूत संदेश जाएगा कि कंपनी अपनी वित्तीय देनदारियां चुकाना चाहती है और जिन मामलों में वह ऐसा नहीं कर पा रही है, उनमें वित्तीय परेशानियां आड़े आ रही हैं।' गोल्डमैन सैक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2019 तक कंपनी के पास 1.8 अरब डॉलर का ग्रॉस कैश बैलेंस था। इसमें से मार्च 2020 तक 45 करोड डॉलर का स्पेक्ट्रम बकाया चुकाया जाना है। कंपनी ने करीब 49 करोड़ डॉलर AGR से जुड़े बकाये के मद में चुका दिए हैं।

बकाया चुकाने को मांगे हैं 15 साल
वोडाफोन ने ईटी के ईमेल से भेजे गए सवालों के जवाब नहीं दिए। कंपनी ने इससे पहले कहा था कि वह इस बात का आकलन करने की कोशिश कर रही है कि 'कितना अतिरिक्त भुगतान वह कर सकती है।' उसने सरकार से AGR से जुड़ा बकाया चुकाने के लिए तीन वर्षों की छूट के बाद 15 वर्षों का समय दिए जाने की मांग की है। साथ ही, उसने 8000 करोड़ रुपये का जीएसटी रिफंड मांगा है, जिसे एजीआर से जुड़ी देनदारी से एडजस्ट किया जा सकता है। वोडाफोन आइडिया का शेयर सोमवार को बीएसई पर 10.6 प्रतिशत गिरकर 3.45 रुपये पर बंद हुआ।

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