नई दिल्ली
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम करीब 5 बजे जमकर मारपीट और तोड़फोड़ हुई. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के लोगों ने उनके साथ मारपीट की. जबकि प्रशासन का कहना है कि अनुशासनहीनता पर 5 छात्रों को 'कारण बताओ नोटिस' दिया गया था, लेकिन जवाब देने के बजाए उन्होंने नोटिस की कॉपियों को जलाया और अनुशासन समिति का बहिष्कार भी किया.
छात्रों का कहना है कि वो लोग 5 छात्रों को मिले 'कारण बताओ नोटिस' के विरोध में शांति से प्रदर्शन कर रहे थे तभी प्रशासन के लोग आए और बेल्ट और गमले उठाकर छात्रों को मारने लगे.
इजराइल प्रतिनिधि का विरोध
जबकि यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि मंगलवार के दिन यूनिवर्सिटी के इंग्लिश विभाग में एक सेमिनार था, वहां पर आए लोग जब वापस जा रहे थे तो प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने उनका रास्ता रोक दिया. प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने रास्ते में गमले रख दिए थे. तभी दूसरे ग्रुप के कुछ छात्र आए और उनकी आपस में मारपीट हो गई. दरअसल, छात्रों के एक गुट ने 5 अक्टूबर को हुए एक ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में इजराइल के प्रतिनिधि के भाग लेने का विरोध किया था.
सुलह की कोशिश नाकाम
पिछले 2 दिन से प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन, जामिया टीचर्स एसोसिएशन और पूर्व छात्रों के संघ के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों से कहा गया था कि यूनिवर्सिटी को डिस्टर्ब न करें और कानून व्यवस्था को बनाए रखें, साथ ही यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के माहौल को बनाए रखें. छात्रों के कुछ गुटों ने आज कुलपति ऑफिस का घेराव किया, ऑफिस कॉम्प्लेक्स को घेरने के साथ-साथ सभी एक्जिट गेट को भी बंद कर दिया. इसके बाद सीनियर टीचरों और अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों से प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स को खोलने की बात कही.
गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया
टीचरों ने छात्रों को आश्वासन भी दिलाया कि उनकी मांगों को लेकर उच्चस्तरीय समिति के साथ चर्चा की जाएगी जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. इसके बाद टीचरों ने छात्रों से अपने प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए भेजने का अनुरोध किया जिसे उन्होंने ठुकरा दिया.प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कॉम्प्लेक्स में पार्क की गई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया.