40 की उम्र पार करने के बाद स्वास्थ समस्याएं भी बढऩे लगती हैं, आंखों पर विपरीत प्रभाव पडऩे लगता है, फिटनेस पर दें ध्यान
भोपाल. उम्र बढऩे का असर सबसे ज्यादा आपकी त्वचा, सेहत और क्षमता पर पढ़ता है। ऐसे में शरीर की सेहत संबंधी जरूरतें भी बदलती हैं। 40 की उम्र पार करने के बाद स्वास्थ समस्याएं भी बढऩे लगती हैं, इसलिए जरूरी हैं सेहत का ख्याल रखना जरूरी है।
40 की उम्र के बाद अमूमन आंखों पर विपरीत प्रभाव पडऩे लगता है। हो सकता है कि आपको भी देखने में कुछ परेशानी होने लगी हो, ऐसे में इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें। आप रीडिंग ग्लासेज का उपयोग कर सकते हैं, इससे आपकी आंखों को अधिक नुकसान नहीं होगा।
जब उम्र बढऩे लगती है तो शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। खासतौर से 40 की उम्र के बाद पुरुष कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि वह अपने स्वास्थ्य का अतिरिक्त ख्याल रखें। हालांकि अधिकतर पुरुष इस पर कम ही ध्यान देते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है।
वैसे भी कहा जाता है कि इलाज से बचाव बेहतर है। इसलिए आपको किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या हो और फिर उसके बाद आपको इलाज करवाना पड़े। इससे तो बेहतर है कि आप पहले ही अपनी सेहत का ध्यान रखना शुरू कर दें।
इस उम्र में व्यक्ति के पास घर-परिवार से लेकर ऑफिस के काम से जुड़ी अन्य कई जिम्मेदारियां होती हैं, लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि आप खुद को ही भूल जाएं। हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि आपको अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा। सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करें। इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। फैमिली के साथ मिलकर भी एक्सरसाइज की जा सकती है। यह आपकी मसल्स को मजबूत बनाने के साथ आपको फिट रखने में मदद करेगा।
तरोताजा बने रहने अपनाएं ये टिप्स
1. चालीस की उम्र के बाद अक्सर छोटी-छोटी बातों का तनाव और चिड़चिड़ापन होता है, साथ ही दिमाग भी कमजोर होने लगता है। इसके लिए योगा, व्यायाम, मेडिटेशन, संगीत को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। साथ ही वह काम करें, जिसे करने में आपको आनंद आता है और जिसमें आपका मन लगता है।
2. बढ़ती उम्र के साथ-साथ शरीर में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम, आयरन और एंटीआक्सीडेंट की कमी महसूस होने लगती है। इसलिए भोजन में ऐसी चीजों को अधिक शामिल करें, जो इन सभी पोषक तत्वों की आपूर्ति कर सके।
3. इस समय आपके शरीर के सभी अंगों और मांसपेशियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, इसलिए खान-पान को बैलेंस रखें, ताकि आपका लिवर सुरक्षित रहे और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर कर सके।
4. बढ़ती उम्र के अनुसार आप अपने भोजन में अत्यधिक तेल व मसालों का सेवन कम कर दें। संतुलित मात्रा में ही इनका प्रयोग करें, ताकि आपकी पाचन क्रिया बेहतर रहे। शरीर के अंगों को कार्य करने में अत्यधिक मेहनत न करना पड़े।
5. चालीस से अधिक उम्र वालों के लिए एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार लेना बेहद जरूरी है। इसलिए हरी सब्जियां, वेजिटेबल जूस, सलाद, फल, ग्रीन-टी आदि का सेवन अवश्य करें।
6. अत्यधिक गुस्सा और चिंता करने से बचें, साथ ही शारीरिक श्रम भी उतना ही करें, जितना आपके स्वास्थ्य के लिए सही हो। अत्यधिक परिश्रम करने से बचें।
7. साबुत अनाज को अपने भोजन में शामिल करें और फलों का भरपूर सेवन करें।
8. भोजन बनाते समय ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड युक्त तेल का प्रयोग करें। इसके अलावा बादाम, अलसी, तिल के बीज, मूंगफली और अखरोट का प्रयोग करें, इनमें ओमेगा-3 पाया जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल फ्री होते हैं।
9. बेहतर होगा कि 40 से अधिक उम्र होने पर, आप अपनी आदतों और दिनचर्या में बदलाव लाएं। इस अवस्था में आपका शरीर उतना स्वस्थ और उर्जावान नहीं होता। अपने खान-पान और दिनचर्या में बदलाव कर आप उर्जा के साथ ही लंबी उम्र भी पा सकते हैं।
10. घर पर बने पौष्टिक सूप आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। भोजन के बीच में भूख लगने पर आप इनका सेवन कर सकते हैं।