नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत का दो दिवसीय दौरा संपन्न कर स्वदेश रवाना हो गए हैं। इससे पहले मंगलवार को ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच वार्ता हुई। वहीं भारत-अमेरिका की ओर से जारी संयुक्त बयान में आतंकवाद के मुद्दे को प्रमुखता से जगह दी गई, साथ ही पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। संयुक्त बयान में पाकिस्तान से कहा गया कि वो इसे गंभीरता से लें कि उनकी जमीन पर कोई भी आतंकी गतिविधियां न हों। इसके साथ ही 26/11 मुंबई हमले और पठानकोट हमले के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही गई है।
कार्रवाई की बात
भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त बयान में अलकायदा, आईएसआईएस, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर ए तैय्यबा, हिज्बुल मुजाहिदीन, हक्कानी नेटवर्क समेत सभी आतंकी समूहों पर कार्रवाई की बात भी कही गई है। अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक, स्थायी शांति की स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत और अमेरिका ने खास चर्चा की। दोनों देशों ने अफगानिस्तान के नेतृत्व वाली सरकार को अपने यहां शांति स्थापित करने में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ट्रंप ने अफगानिस्तान के विकास को लेकर भारत के प्रयासों की जमकर सराहना की।
आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर मोदी-ट्रंप में हुई बात
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत में आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर प्रमुखता से बातचीत हुई। ट्रंप ने कहा कि मोदी आतंकवाद को रोकने के लिए संकल्पित हैं। ट्रंप ने कहा, 'हमने पाकिस्तान के बारे में बहुत बातचीत की। मेरा प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बहुत अच्छा रिश्ता है। हमने प्रधानमंत्री मोदी से इस बारे में आज विस्तार से बात की। निस्संदेह यह एक समस्या है। यह एक समस्या है, वे इस पर काम कर रहे हैं।'
ट्रंप ने कहा- मोदी आतंकवाद को रोकने के लिए संकल्पित
ट्रंप ने कहा, 'हमें उम्मीद है और मैंने केवल इतना कहा कि मुझे जो करना है, मैं जो कर सकता हूं, मैं करूंगा क्योंकि भारत और पाकिस्तान से मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं। लेकिन पाकिस्तान में मुश्किलें रही हैं। हम देख रहे हैं कि इस बारे में क्या कर सकते हैं। मध्यस्थता के लिए मैं जो कर सकता हूं, मदद के लिए मैं जो कर सकता हूं, मैं करूंगा।'