वॉशिंगटन
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को पाकिस्तानी अदालत द्वारा सजा दिए जाने के बाद अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि यह फैसला दक्षिण एशिया में शांति के खतरे को रोकने की दिशा में एक कदम है। हाफिज सईद को पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने बुधवार को दो मामलों में साढ़े पांच-साढे़ पांच साल कैद की सजा सुनाई है। प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा सरगना को टेरर फंडिंग के दो मामलों में लाहौर की आतंकवाद रोधी अदालत ने सजा सुनाई है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, 'हम मुंबई हमले समेत कई आतंकवादी कृत्यों की योजना में शामिल हाफिज सईद को सजा के लिए आवाज उठाते रहेंगे। टेरर फंडिंग को लेकर हाफिज सईद को मिली सजा दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए खतरा बने एक आतंकवादी समूह के संचालन को रोकने की दिशा में उठाया गया कदम है।' उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान से आतंक फैलाने वाले, आतंकवाद के लिए फंडिंग करनेवाले या आतंकवाद की वकालत करनेवाले लोगों के खिलाफ जरूरी कानूनी कार्रवाई जारी रखने का आग्रह करते हैं।
पाक पर मंडरा रहा बड़ा खतरा
हाफिज पर पाकिस्तानी कोर्ट का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान पर FATF की काली सूची में शामिल होने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, यह भारत के लिए एक बड़ी जीत है जो पिछले 11 सालों से ज्यादा वक्त से हाफिज को कानून के कठघरे में खड़ा करने की लड़ाई लड़ रहा है। इधर, आतंकवाद के जनक के तौर पर दुनिया में बदनाम पाकिस्तान को डर इस बात का है कि अगर उसे एफएटीएफ की काली सूची में शामिल किया जाता है तो उसकी डूब रही अर्थव्यवस्था को उबारना और भी मुश्किल हो जाएगा।
हाफिज को सजा महत्वपूर्ण कदम:वेल्स
दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी. वेल्स ने कहा, हाफिज और उसके साथियों को दोषी ठहराया जाना, लश्कर-ए-तैयबा की उसके अपराधों के लिए जवाबदेही तय करने और पाकिस्तान का टेरर फंडिंग से निपटने की अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि यह देश के भविष्य के हित में है कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल देश विरोधी तत्वों को नहीं करने दें।
मुंबई हमले में हुई थी 160 लोगों की मौत
आपको बता दें कि 26 नवंबर 2008 को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में लश्कर के 10 आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 300 लोग घायल हो गए थे। उस दिन मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन, मुंबई के आलीशान ताज महल और ट्राइडेंड होटल सहित कई इलाके को निशाना बनाया गया था। मरने वालों में 6 अमेरिकियों समेत कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस घटना के बाद अमेरिका ने हाफिज को ब्लैक लिस्ट कर दिया था और उसपर इनाम घोषित किया था।