भोपाल
हैदराबाद और उन्नाव केस को लेकर देश भर में गुस्सा है और ऐसी दरंदगी करने वालों को सजा ए मौत दिए जाने की बहस छिड़ी हुई है| वहीं मध्य प्रदेश में कई ऐसे मामले हैं जिनमे दुष्कर्मी को बहुत ही काम समय में फांसी की सजा तो सूना दी गई लेकिन अब तक फांसी हुई नहीं है| इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आठ माह पूर्व भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर हुए नाबालिग से दुष्कर्म और ह्त्या के मामले को उठाया है और सोमवार को भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर धरने पर बैठने का एलान किया है|
पूर्व सीएम ने ट्वीट कर कहा 'आठ माह पूर्व भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर एक 12 वर्षीय बेटी के साथ बलात्कार करके उसकी पत्थरों से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। उस बिटिया की माँ पिछले आठ माह से न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। अब तक अपराधियों की डीएनए रिपोर्ट नहीं आई'| उन्होंने कहा 'न्याय कैसे मिलेगा, कब मिलेगा, इसका ठिकाना नहीं है। इसलिए मैं उस बेटी की माँ के साथ कल दिनांक 9 दिसंबर को सुबह 11 बजे भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर धरने पर बैठ रहा हूँ। बेटी को न्याय दिलाने के लिए आप भी कल रोशनपुरा चौराहे पर 11 बजे आइये'।
देश भर में महिला सुरक्षा को लेकर चल रही बहस के बीच मध्य प्रदेश में भी महिलाओं के प्रति अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं| मध्य प्रदेश के सीधी जिले में घर लौट रही एक शिक्षिका से गैंगरेप किया गया| वहीं दमोह में एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली| इन दोनों मामले से एक बार फिर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं|