पटना
बिहार की करीब साढ़े पांच लाख नवसाक्षर महिलाएं आज साक्षरता महापरीक्षा में शामिल होंगी। 15 से 35 साल की इन महिलाओं ने बिहार सरकार की मुख्यमंत्री दलित, महादलित, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा साक्षरता योजना के तहत ताजा-ताजा अक्षर ज्ञान प्राप्त किया है। शिक्षा विभाग के जनशिक्षा निदेशालय द्वारा राज्य के सभी जिलों में आयोजित होने वाली इस बुनियादी साक्षरता परीक्षा की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। परीक्षा में पास करने वाली नवसाक्षरों को एनआईओएस द्वारा समकक्षता का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह कक्षा तीन और कक्षा पांच की उत्तीर्णता का होता है और इसके आधार पर आगे की भी पढ़ाई ये जारी रख सकती हैं।
जनशिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक रमेश चन्द्रा ने बताया कि प्रदेश के सभी 38 जिलों को मिलाकर कुल 5 लाख 42 हजार 20 महिलाएं 24 नवम्बर को होने वाली साक्षरता परीक्षा में शामिल होंगी। यह परीक्षा 10 बजे से 4 बजे के बीच दो पालियों में होगी। नवसाक्षरों को यह छूट होगी कि वह अपनी सुविधा के मुताबिक किसी भी एक पाली में परीक्षा दे सकती हैं। राज्य के सभी संकुल संसाधन केन्द्र के मध्य विद्यालय और सभी पंचायत मुख्यालय स्थित एक मध्य विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। जनशिक्षा निदेशालय ने सभी परीक्षा केन्द्रों तक प्रश्न पत्र पहुंचा दिये हैं। परीक्षा संचालन की अन्य तमाम व्यवस्थाएं पूरी की जा चुकी हैं। जिलों में कार्यरत डीपीओ साक्षरता इसे संचालित कराएंगे और जनशिक्षा निदेशालय का मुख्यालय इसकी सीधे मानिटरिंग करेगा।
सबसे अधिक 45 हजार परीक्षार्थी गया में
जनशिक्षा निदेशालय से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे अधिक 45 हजार 780 महिला परीक्षार्थी गया जिले में साक्षरता परीक्षा देंगी। मधुबनी में 33460, समस्तीपुर में 30940, कटिहार में 30320, पूर्वी चंपारण में 27740, औरंगाबाद में 27440, पटना में 20920, पश्चिमी चंपारण में 20480, अररिया में 20560 नवसाक्षर महिलाएं परीक्षा में शामिल होंगी। सबसे कम अरवल में 1640, शिवहर में 2120 तो बक्सर में 2700 महिलाओं ने परीक्षा में बैठने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।