रायपुर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजेश बिस्सा ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की यह बजट आजाद भारत का सबसे कमजोर व अदूरदर्शी बजट है। इस बजट की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात एक ओर राष्ट्र के संस्थानों एलआईसी, रेल्वे, पुराने स्थापित उद्योगों को निजी हाथों में देने का संकेत, तो दूसरी ओर किसान, शिक्षा, स्वरोजगार, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र में गत वर्षों की तुलना में बजटीय प्रावधान कम करने का है।
बिस्सा ने कहा की यह हताशा का बजट है। देश की वर्तमान आवश्यकता शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, किसानी संवर्धन, आर्थिक विश्वसनियता जैसे विषयों पर थी जिसे सरकार को अपनी जवाबदारी समझना था। लेकिन इन सब मुद्दों से परे केंद्र शासन द्वारा इन सब क्षेत्रों में विदेशी निवेश, पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप व दशकों से स्थापित संस्थानों जैसे एलआईसी के शेयर बेचने जैसे प्रबंधन पर ही अपनी निर्भरता व्यक्त करना यह सुनिश्चत करता है कि दम तोड़ती अर्थव्यवस्था के आगे उन्होने अब अपने घुटने टेक दिये हैंबिस्सा ने कहा की इतिहास का सबसे लंबा बजटीय भाषण देने के बाद भी मोदी सरकार के इस बजट में रोजगार के अवसर बढ़ाने के उपाय व स्वरोजगार के अवसर बढ़ते नजर नहीं आये। हर जगह सिर्फ परिस्थितयों के आगे नतमस्तक लाचारी नजर आयी।