लखनऊ
तीखी जुबान से विपक्षियों को निशाने पर लेने वाले 'विवाद-ए-आजम' पर कानून का शिकंजा और मजबूती से कस सकता है। हाल ही में एसआईटी ने जल निगम भर्ती घोटाले में तत्कालीन मंत्री आजम खान और उनके ओएसडी रहे आफाक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति मांगी है। इस मामले में मार्च के पहले सप्ताह में कार्रवाई हो सकती है।
एसपी सरकार के कार्यकाल में जल निगम में हुईं करीब 1300 भर्तियों में गड़बड़ियों की जांच एसआईटी ने सितंबर, 2017 में शुरू की थी। एसआईटी ने 25 अप्रैल, 2018 को इस मामले में आजम, आफाक, रिटायर्ड आईएएस एसपी सिंह, जल निगम के पूर्व एमडी पीके आसूदानी, चीफ इंजिनियर अनिल कुमार खरे और परीक्षा एजेंसी अप्टेक के खिलाफ आईपीसी की धारा-420, 409, 120बी, 201 व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी।
हाल ही में एसआईटी ने फरेंसिक रिपोर्ट और अन्य साक्ष्य मिलने के बाद आजम और अन्य आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने की मंजूरी मांगी है। माना जा रहा है कि सरकार मार्च के पहले सप्ताह में अनुमति दे सकती है। पड़ताल में खुलासा हुआ है कि आजम खान ने अधिकारियों के साथ मिलकर चहेतों का चयन करवाया। परीक्षा एजेंसी के कब्जे से ली गई हार्ड डिस्क व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फरेंसिक जांच में खुलासा हुआ है कि जिन अभ्यर्थियों का चयन किया जाना था उनके नंबर सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ करके दोगुने किए गए।
कई और मामलों में हो रही जांच
एसआईटी सांसद आजम के खिलाफ दो अन्य मामलों को लेकर भी जांच कर रही है। इसमें एक मामला शत्रु संपत्तियों पर आजम खान द्वारा अवैध कब्जा किए जाने से जुड़ा है, तो दूसरा मामला जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में हुई गड़बड़ियों का है। इसके अलावा इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी आजम, उनकी पत्नी और बेटे खिलाफ जांच कर रहा है। ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया है। आजम की गिरफ्तारी, जल निगम भर्ती घोटाले में चार्जशीट दाखिल होने की तैयारी को देखते हुए ईडी ने भी उन पर शिकंजा कसना तेज कर दिया है। आरोप है कि जौहर यूनिवर्सिटी की आड़ में आजम ने विदेश में निवेश किया और करवाया।
रामपुर में आजम के खिलाफ 83 मुकदमे
रामपुर में आजम के खिलाफ अब तक 83 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। रामपुर के डीएम आंजनेय सिंह ने बताया कि 23 मुकदमे पहले से दर्ज थे और 60 मुकदमे नए दर्ज हुए हैं। उनके बेटे और पत्नी तंजीम फातिमा के खिलाफ छह-सात मुकदमे दर्ज हैं। इसमें तीन मुकदमे फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, दो अलग-अलग जन्मतिथियों के पासपोर्ट, पैन कार्ड बनवाने से जुड़े हैं। इसके अलावा हमसफर रिसॉर्ट की जमीन पर अवैध कब्जा करने और आचार संहिता से जुड़े मामले भी दर्ज हैं।