ऐपल अपने 2020 iPhone लाइनअप को इस साल सितंबर से पहले शायद ही लॉन्च करे लेकिन नए डिवाइसेज से जुड़ी लीक्स लगातार सामने आ रहे हैं। ऐपल की 2020 में लॉन्च होने वाली आईफोन सीरीज का नाम iPhone 12 हो सकता है और इसके चार मॉडल्स अलग-अलग स्क्रीन साइज में मार्केट में उतारे जा सकते हैं। एक बात अभी से कन्फर्म है कि नए डिवाइसेज में ऐपल का लेटेस्ट Apple A14 चिपसेट दिया जाएगा। खास बात यह है कि नए A14 प्रोसेसर को TSMC के नए 5nm प्रोसेस से तैयार किया जा रहा है। ऐसे में पिछले डिवाइस के मुकाबले नए आईफोन कई गुना पावरफुल होंगे और बेहतर परफॉर्म करेंगे।
हाल ही में एक नए एनालिसिस में कहा गया है कि iPhone 12 सीरीज में Apple A14 चिपसेट दिया जाएगा, जिसके चलते नए डिवाइस 15-इंच MacBook Pro जितने पावरफुल होंगे। MacWorld के जेसन क्रॉस ने कहा कि नए आईफोन प्रोसेसर की मदद से परफॉर्मेंस के मामले में कई गुना बेहतर होंगे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा कि परफॉर्मेंस में बढ़ोत्तरी 7nm प्रोसेस से 5nm प्रोसेस नोड के चलते मिल सकती है। चाइनीज स्मार्टफोन मेकर हुवावे भी अपने अगले मोबाइल प्लैटफॉर्म में 5nm प्रोसेस नोड पर स्विच कर सकता है, ऐसा माना जा रहा है।
5nm प्रोसेस से होगा अपग्रेड
क्रॉस ने कहा, 'यह एक बड़ा अपग्रेड है। 5nm नोड किसी भी स्ट्रेच का आधा स्टेप नहीं है, बल्कि 7nm के बाद अगला 'फुल नोड' है।' उन्होंने यह भी कहा कि TSMC की ओर से 15 बिलियन ट्रांजिस्टर्स की एक बेहतर ट्रांजिस्टर डेन्सिटी 5nm प्रोसेस के साथ डिवेलप की गई है। क्रॉस के मुताबिक, यह इतनी बड़ी बात है कि ऐपल टोटल चिप एरिया 85mm स्क्वेयर में समेट सकता है और इस चिप में 12.5 बिलियन ट्रांजिस्टर्स होंगे। ऐपल परफॉर्मेंस के मामले में पहले ही अपने मेनस्ट्रीम राइवल्स से कहीं आगे हैं और नया अपग्रेड कंपनी को एक अलग लीग में लाकर खड़ा करेगा।
बेहतर होगा गेमिंग परफॉर्मेंस
Apple A14 प्रोसेसर को 5nm प्रोसेस पर स्विच करने का फायदा पहले से बेहतर मल्टी-कोर परफॉर्मेंस के रूप में भी देखने को मिलेगा। साथ ही ऐपल के नए आईफोन्स में ऑक्टा-कोर कन्फिगरेशन भी देखने को मिल सकता है। इसके चलते गेमिंग परफॉर्मेंस भी पूरी तरह नए प्लैटफॉर्म पर स्विच हो जाएगी। इसके अलावा सामने आया है कि ऐपल नए iPhone 12 लाइनअप में कुछ डिवाइसेज 6 जीबी रैम के साथ भी लॉन्च कर सकता है। इस सीरीज में पहले से 50 प्रतिशत बेहतर गेमिंग परफॉर्मेंस देखने को मिल सकती है, जो जीपीयू में ज्यादा ट्रांजिस्टर्स होने के चलते मिलेगी।