भोपाल
आईएएस अफसर गौरी सिंह नौकरी छोड़ेंगी। उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन कर दिया है। बताया जा रहा है कि वे नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र काम करने वाली दुबई स्थित अंतरराष्ट्रीय संस्था में काम करेंगी।
गौरी सिंह का चयन संस्था के उप महानिदेशक पद के लिए हुआ है। पिछले दिनों ही उनका तबादला पंचायत एवं ग्रामीण विकास से प्रशासन अकादमी में महानिदेशक के पद पर किया गया था। यह माना जा रहा था कि वे इससे खफा हैं। सिंह मप्र आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष भी हैं।
अपर मुख्य सचिव गौरी सिंह के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चा भी काफी समय से चल रही थी। उम्मीद जताई जा रही थी कि केंद्र सरकार में सचिव के वे सूचीबद्ध हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसी बीच पंचायतराज संस्थाओं के चुनाव के मद्देनजर आरक्षण की प्रक्रिया का उन्होंने कार्यक्रम जारी कर दिया।
सूत्रों का कहना है कि उन्होंने इसके लिए न तो मुख्यमंत्री कार्यालय को भरोसे में लिया और न ही विभागीय मंत्री को। दोनों को नजरअंदाज करते हुए कार्यक्रम जारी कर दिया। इसकी शिकायत विभागीय मंत्री कमलेश्वर पटेल ने मुख्यमंत्री से की तो उन्होंने भी इसे गलत माना और आनन-फानन में आरक्षण को आदेश निरस्त कराकर उनका तबादला प्रशासन अकादमी में महानिदेशक के पद पर कर लिया।
प्रशासनिक गलियारों में इसे लूप लाइन पोस्टिंग माना जाता है इसलिए यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे नाराज हैं। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जो मौका मिला है वो बहुत बड़ा है इसलिए उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया है।