रेड वाइन सेहत के लिए कितनी फायदेमंद हैं, इसे लेकर अभी तक कई स्टडीज सामने आ चुकी हैं और अब एक और स्टडी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि रेड वाइन पीने से गट हेल्थ यानी आंतें स्वस्थ रहती हैं। यानी जो लोग रेड वाइन पीते हैं और इसका शौक रखते हैं उनके लिए यह एक गुड न्यूज है। लंदन स्थित किंग्स कॉलेज के वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक स्टडी की, जिसमें उन्होंने पाया कि जो लोग रेड वाइन पीते हैं, उनकी आंत में अच्छे बैक्टीरिया की विविधता ज्यादा देखने को मिलती है जोकि एक स्वस्थ आंत होने का संकेत है।
गैस्ट्रोएंट्रॉलजी जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में आंत में मौजूद विभिन्न सूक्ष्मजीवों पर रेड वाइन के अलावा बीयर, साइडर और स्पिरिट्स के प्रभाव का आकलन किया गया। इसमें सामने आया कि रेड वाइन की वजह से आंत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। यानी रेड वाइन आंत की सेहत के लिए लाभदायक है। इतना ही नहीं इसकी वजह से खराब कलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है और मोटापा भी कम होता है।
रेड वाइन पीने के हैं ये फायदे
इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि रेड वाइन न पीने वाले लोगों की तुलना में उन लोगों की आंत में बैक्टीरिया की विविधता देखने को मिलती है जो रेड वाइन का सेवन करते हैं। यही विविधता आंत की सेहत को दर्शाती है। उनके मुताबिक, बैक्टीरिया की जितनी ज्यादा विविधता होगी बीमारियों से लड़ने में उतनी ही मदद मिलेगी और खाद्य पदार्थों से अत्यधिक मात्रा में मेटाबोलाइट्स प्रड्यूस किए जा सकेंगे। शोधकर्ताओं के अनुसार, अगर आंत में मौजूद अच्छे और खराब बैक्टीरिया के बीच जरा भी असंतुलन हुआ तो इससे वजन बढ़ने लगेगा, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाएगी और कलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाएगा।
डिप्रेशन दूर करती है रेड वाइन
इसी साल जुलाई में एक स्टडी आई थी और उसमें भी रेड वाइन के फायदे गिनाए गए थे। यूनिवर्सिटी ऑफ बफलो द्वारा की गई उस स्टडी में सामने आया था कि रेड वाइन में पाया जाने वाला रेज्वेराट्रोल डिप्रेशन और ऐंग्जाइटी को कम करने में मदद करता है।
स्किन के लिए भी फायदेमंद रेड वाइन
वैसे रेड वाइन स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है। इसे चेहरे पर लगाने से न सिर्फ ग्लो आता है बल्कि दाग-धब्बे तक दूर हो जाते हैं। और तो और यह फाइन लाइन्स को भी दूर करती है और त्वचा को जवां बनाए रखती है। रेड वाइन स्किन के लिए एक तरह से सनस्क्रीन का काम करती है। इसमें मौजूद ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और अमीनो ऐसिड्स सूरज की पराबैंगनी किरणों के प्रति स्किन पर एक सुरक्षात्मक लेयर बना देते हैं, जिससे स्किन को नुकसान नहीं पहुंचता।