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अभी सांस लेने लायक नहीं दिल्ली की हवा, कई दिनों बाद हुए सूरज के दर्शन

 
नई दिल्ली

राजधानी दिल्ली में छाई जहरीली धुंध आखिर खत्म हो गई है। मंगलवार को सुबह आसमान पहले की तुलना कुछ साफ दिखा। लोगों को चमकदार सूरज के भी दर्शन हुए। हालांकि, अभी हवा में जहर बना हुआ है। एयर क्वॉलिटी इंडेक्स में हवा का स्तर अभी भी खतरनाक है। आगे बारिश के आसार हैं, जिससे प्रदूषण तो कम होगा लेकिन सर्दी बढ़ सकती है।

स्मॉग की परत राजधानी से छट गई है। कई दिनों बाद राजधानी में आसमान नजर आया। सूरज की रोशनी भी राजधानी की धरती पर पहुंची। हालांकि, यह बहुत तेज नहीं थी, लेकिन हवा अब भी जहरीली है। सांस लेने लायक हवा दिल्ली वालों को अब भी नसीब नहीं हुई है।

मंगलवार सुबह दिल्ली-आसपास की स्थिति
जगह    AQI    स्थिति
दिल्ली    411    गंभीर
नोएडा    441    गंभीर
गुरुग्राम    444    गंभीर
गाजियाबाद    496    गंभीर

एक्यूआई 0 से 50 के बीच होने पर ‘अच्छा’ होता है, जबकि 51 से 100 के बीच होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच होने पर उसे ‘गंभीर’ समझा जाता है।

ट्रैवल बिजनस को भारी पड़ रही राजधानी की हवा
रविवार देर शाम 8 बजे के बाद स्मॉग में तेजी से कमी आने लगी। इसकी वजह हवाओं की तेजी रही। साथ ही सोमवार सुबह सूरज की रोशनी पहुंचते ही उसने हवाओं में मौजूद नमी को सोखा और कोहरे को गायब किया। कोहरा गायब और नमी कम होने की वजह से प्रदूषक तत्व हल्के हुए और हवाओं की वजह से उन्हें बहने की जगह मिली। इस तरह दिल्ली जानलेवा स्मॉग की चादर से लगभग 24 घंटे बाद बाहर आ गई। मौसम विभाग का कहना है कि स्मॉग अब 10 नवंबर तक वापसी नहीं करेगा।

सफर के अनुसार सैटलाइट के ताजा चित्रों के अनुसार, 3 नवंबर को पड़ोसी राज्यों में पराली जलने के 2900 मामले सामने आए थे। इसकी वजह से पराली की हिस्सेदारी दिल्ली के प्रदूषण में 25 पर्सेंट रही। हालांकि, पराली के प्रदूषण की वजह से रविवार को पीएम 2.5 सबसे अधिक बना। हवाओं की गति बढ़ने की वजह से रविवार शाम पांच बजे से प्रदूषण के कणों ने छटना शुरू कर दिया था। मंगलवार तक इसमें और सुधार होगा और प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर रह सकता है।
 

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