भोपाल
भाजपा के मंडल चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब जिला अध्यक्ष के पद के लिए उम्र के क्राइटेरिया पर मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए पचास पार जिला अध्यक्ष और दावेदार जहां एक ओर संगठन की सख्ती के चलते मायूस हैं वहीं सीनियर नेताओं के प्रेशर के चलते जिलों में महत्वपूर्ण पद पाने से वंचित पचास से कम उम्र वाले नेताओं में खुशी भी है और इसके लिए दावेदारी भी शुरू कर दी गई है। मंडल चुनाव के बाद घोषित मंडल अध्यक्षों की सूची प्रदेश चुनाव अधिकारी तक पहुंचने लगी है।
मंडल चुनाव कराने पहुंचे चुनाव अधिकारियों ने चुनाव अधिकारियों के फैसले के मद्देनजर चालीस साल तक के मंडल अध्यक्ष पैनल के आधार पर घोषित किए हैं। अब जबकि जिला अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है और 56 संगठनात्मक जिलों में शहरी व ग्रामीण जिला अध्यक्षों की नियुक्ति होना है तो यहां भी पचास साल तक की उम्र के क्राइटेरिया के दावेदारों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से रायशुमारी में अपना नाम जुड़वाने की कवायद में जुट गए हैं। पार्टी के केंद्रीय संगठन ने अगर कोई नई गाइडलाइन नहीं दी तो जिला अध्यक्षों का चुनाव तीस नवम्बर के पहले कराया जाएगा।
भाजपा द्वारा 1013 मंडलों में चुनाव कराए जा रहे हैं। इसके लिए दो दिनों में करीब नौ सौ मंडलों के चुनाव हो चुके हैं और सौ से अधिक मंडलों में उम्र का बंधन पेंच फंसाए है। ऐसे मंडलों में अध्यक्ष की घोषणा को लेकर वरिष्ठ नेताओं से मंथन किया जा रहा है। शाम तक इन मंडलों में भी अध्यक्ष घोषित किए जा सकते हैं।