कुरूद
पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर को एक रेत माफिया द्वारा जान से मारने की धमकी देने से उनके समर्थकों एवं भाजपाईयों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इसी के विरोध स्वरूप आज बंद का आह्वान किया गया था। जिसके चलते कुरूद में शासकीय कार्यालयों एवं संस्थानों को छोड़ व्यवसायिक दुकानें नहीं खुली, जिससे सन्नाटा पसरा रहा।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में सवाल पूछने को लेकर मंगलवार देर रात पूर्व मंत्री व कुरूद विधायक अजय चंद्राकर को दुर्ग के एक रेत माफिया जसपाल सिंह रंधावा द्वारा मोबाइल पर कॉल कर रेत खनन को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाने और सवाल पूछने को लेकर जान से मारने की धमकी दी थी। इस पर चंद्राकर ने देर रात ही इसकी शिकायत पुलिस में कर दिया था। बुधवार सुबह प्रश्नकाल के साथ शुरू हुए विधानसभा सत्र में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने अजय चंद्राकर को मिली धमकी का मामला उठाया। इसके बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। जिसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय कार्यमंत्री को जांच के दिए निर्देश भी दिए लेकिन फोन पर अभद्र व्यवहार और जान से मारने की धमकी देने का मामला अब तूल पकडऩे लगा है। हालांकि पुलिस द्वारा उक्त विषय पर 151 की कार्रवाई की गई। परन्तु यह घटना अब राजनीतिक रंग लेने लगी है।
विधायक को जान से मारने की धमकी देने से आक्रोशित भाजपाईयों ने विरोध स्वरूप गुरूवार को नगर बंद करने का आह्वान किया था। जिसके चलते कुरूद, मेघा, सिर्री, भखारा के व्यापारियों ने स्वस्फूर्त समर्थन देते हुए अपनी संस्थानें बंद करने की सहमति दी। जिससे आज कुरूद में शासकीय कार्यालयों एवं संस्थानों को छोड़ व्यवसायिक प्रतिष्ठानें बंद रही। इसी तरह मेघा, सिर्री में दुकानदरों का समर्थन मिला, जबकि भखारा में बंद का मिला-जुला असर रहा। बंद से नगर में सन्नाटा छाया रहा।