राष्ट्रपति पुरस्कर विजेता पूनम श्रोती ने कहा-खुद को डिजिटल साक्षर कर महिलाएं बनें आत्मनिर्भर
भोपाल. बालिका दिवस और गणतंत्र दिवस के मौके पर साकेत नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में डिजिटल साक्षरता (डिजिटल लिटरेसी) कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन महिला परिषद की महिलाओं एवं मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने डिजिटल दुनिया की बारीकियां सीखीं। इस मौके पर राष्ट्रपति पुरस्कर विजेता पूनम श्रोती ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए अपने अनुवभव साझा किए।
पूनम ने कहा कि बचपन से ही व्हीलचेयर पर रहना मेरे लिए एक तरह से लॉकडाउन जैसा ही रहा, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। स्मार्टफोन के लिए डिजिटली प्रशिक्षण लेकर खुद को आत्मनिर्भर बना लिया है। कोरोना के दौर में डिजिटल आज हमारी जरूरत बन चुकी है।
यह डिजिटल प्रशिक्षण, अखिल भारतीय दिगंबर जैन महिला परिषद के मैना सुंदरी संभाग आस्था शाखा साकेत नगर भोपाल द्वारा कराई गई। करीब 4 घंटे तक चले प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। जैन समाज ने पूनम श्रोती और डिजिटल एक्सपर्ट राहुल चौकसे का सम्मान किया।
महिलाओं ने बढ़ाया डिजिटल ज्ञान
परिषद की प्रांतीय चेयरपर्सन जयंती जैन ने बताया कि डिजिटल युग में हर किसी को स्मार्टफोन की तकनीकि भाषा और इसके बेहतर उपयोग को जानना जरूरी है। नहीं तो हम कई तरह की फ्रॉड और अन्य परेशानियों में उलझ सकते हैं। हमारे संगठन की महिलाओं को लंबे समय से डिजिटल प्रशिक्षण की जरूरत महसूस हो रही थी। इसी क्रम में संगठन ने डिजिटल लिटरेसी वर्कशॉप कराई।
इस मौके पर प्रांतीय सचिव वंदना सिंघई, शाखा सचिव ज्योति जैन, कल्पना जैन, स्वाति, ललित मन्या, प्रतिभा, शालिनी, सुनीता जैन, चंदा जैन, कल्पना जैन, सरोज जैन, अनीता, दिशा, योगिता, आलोक जैन, संजय जैन, पीसी जैन, ताराचंद जैन, राजेंद्र जैन, ऋषभ जैन आदि मौजूद रहे।