लंदन
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे एक कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए ब्रिटेन गए हुए हैं. 3 दिवसीय 'सिक्युरिटी एंड पुलिसिंग 2020' कॉन्फ्रेंस 5 मार्च को समाप्त हो गया, जिसमें हिस्सा लेने लेने के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे लंदन से ब्रिस्टल के लिए रवाना हो गए और इसी दौरान उन्होंने एक वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं, जिनको लेकर विवाद खड़ा हो सकती है.
इंग्लैंड की तारीफ करते हुए गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि अंग्रेजों में देशभक्ति कूट-कूटकर भरी हुई है और वो काफी अनुशासित होते हैं. उन्होंने कहा कि अंग्रेज कोई भी कानून बनाते हैं, तो उसका सख्ती से पालन करते हैं.
अंग्रेजों की तारीफ करने तक तो ठीक था, लेकिन उनकी तारीफ करते-करते डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे अपनी देश की आलोचना करने लग गए. उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोगों में अनुशासन की कमी है.
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि इंग्लैंड के लोगों में कानून का भय है और वो कानून की इज्जत करते हैं. मगर हमारे देश के लोग न तो कानून की इज्जत करते हैं और न ही उनके दिल में कानून का डर है. गुप्तेश्वर पांडे ने अपने देश की आलोचना करते हुए कहा कि हमारे देश के लोग जाति और धर्म के नाम पर आपस में लड़ते हैं.
इस वीडियो के अंत में गुप्तेश्वर पांडे ने यह भी कहा कि अगर भारत के लोग जाति और धर्म के नाम पर लड़ना छोड़ दें, तो भारत से अच्छा दुनिया में कोई दूसरा देश नहीं है. ऐसा पहली बार नहीं है कि जब गुप्तेश्वर पांडे अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में आए हैं. हाल ही में अपने ही पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए गुप्तेश्वर पांडे ने कह दिया था कि पुलिस की सांठ-गांठ के कारण ही शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब धड़ल्ले से बेची जा रही है.
इससे पहले गुप्तेश्वर पांडे सुर्खियों में तब आए थे, जब बिहार की लचर कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर वो रात को अकेले निकलेंगे, तो इस बात की भी संभावना है कि अपराधी उन्हें गोली मार दें. इसके अलावा गुप्तेश्वर पांडे ने एक और विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार की जनता अपनी जाति और धर्म के नाम पर अपराधियों का समर्थन करती है.