नई दिल्ली
उत्तर-पूर्व दिल्ली में दंगों के दौरान आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा की हत्या मामले में 5 और आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया। अंकित की हत्या में इससे पहले सलमान नाम के शख्स को गुरुवार को अरेस्ट किया गया था जिसे पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया था। पुलिस के मुताबिक, शनिवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान फिरोज, गुलफाम, शोएब, अनस और जावेद के रूप में की गई है। चार आरोपी चांदबाग इलाके के रहने वाले हैं, अनस मुस्तफाबाद का और सलमान नंदनगरी का निवासी है। उधर, दिल्ली हिंसा मामले में अरेस्ट तीन लोगों को सुमित, अंकित और प्रिंस को एक अदालत ने 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। तीनों पर फरवरी के आखिरी महीने में हुई हिंसा में शामिल होने के आरोप हैं।
पुलिस ने आप से निलंबित किए गए पार्षद ताहिर हुसैन और उसके भाई शाह आलम को भी अरेस्ट किया है जिनपर अंकित शर्मा हत्या की साजिश का आरोप है। दोनों से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, मामले में अरेस्ट हसीन कुरैशी नाम के शख्स ने शुक्रवार को घटना को लेकर चौकाने वाले खुलासे किए थे।
अंकित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, शरीर पर 51 निशान
अंकित शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ चुकी है जिसके मुताबिकक उनके शरीर पर 51 जगह चोट के निशान हैं जिसमें से 12 बार उन्हें चाकू से गोदा गया है।दिल्ली पुलिस के सूत्रों की मानें तो चाकुओं के निशान अंकित की जांघ, पैर और छाती सहित शरीर के पिछले हिस्से पर हैं। ये सभी निशान काफी गहरे हैं। इसके अलावा बॉडी पर 6 निशान कट और स्क्रेच के भी हैं। बाकी 33 निशान चोट के हैं। अंकित का शव हत्या के अगले दिन नाले में मिला था।
आरोपी का खुलासा, 20-30 लोगों ने निर्दयीता से मारा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हसीन कुरैशी नाम के शख्स को भी दबोचा है। हसीन ने अपने कबूलनामे में बताया है कि अंकित पर 20-30 लोगों न हमला किया था। कुरैशी ने बताया कि उस दिन वह मौके पर अपने दोस्त समीर के साथ मौजूद था। करीब 2 बजे उसने देखा कि इलाके में हिंसा शुरू हो गई तो वे भी शामिल हो गए। भीड़ में शामिल होकर वह भी दूसरे समुदाय के लोगों के घरों पर पत्थर फेंकने लगा। इस बीच कुरैशी ने वहां मिठाई की दुकान के पास पड़ा चाकू उठा लिया और ताहिर हुसैन के घर के बाहर खड़ा हो गया।
कुछ देर घूमने के बाद उसने देखा कि 20-30 लोग एक शख्स को घसीटकर इस तरफ ला रहे थे। कुरैशी ने दावा किया है कि वह उस शख्स की पहचान से वाकिफ नहीं था। उसने देखा कि भीड़ उसे लाठी, पत्थर और दूसरी चीजों से निर्दयता से मार रही थी। इस दौरान कुरैशी ने भी अंकित पर चाकू से तीन वार किए और लात मारी। कुछ देर तक अंकित के शरीर में हरकत नहीं देखने के बाद अंकित को नाले में फेंक दिया गया।