लखनऊ।
होमगार्ड वेतन फर्जीवाड़ा में जिला मुख्यालय के दो और कर्मचारियों की मिलीभगत के सुबूत मिले हैं। इनके खिलाफ कुछ और तथ्य जुटाये जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इनकी जल्दी ही गिरफ्तारी की जायेगी। वहीं इस मामले में सीओ गोमतीनगर और सीओ हजरतगंज ने ग्रामीण इलाकों के थानों में तैनात होमगार्डों के मस्टररोल की जांच पूरी कर ली है।
नोएडा में हुए होमगार्ड वेतन के फर्जीवाड़े से ऐसा हड़कम्प मचा कि हर जिला जांच की चपेट में आ गया है। लखनऊ के जिला कमाडेंट मुख्यालय से पहली गिरफ्तारी जिला कमाण्डेंट कृपा शंकर पाण्डेय की हुई थी। इस मामले में दो और लोग लखनऊ से जेल जा चुके हैं। इस मामले में सभी थानों में तैनात होमगार्डों के मस्टररोल की जांच हो रही है। दो थानों के होमगार्डों के वेतन में कुछ गड़बड़ी मिली थी। इसके बाद ही सभी थानों में तैनात होमगार्ड के मस्टररोल की जांच की जा रही है। इसमें ग्रामीण थानों में तैनात रहे होमगार्ड के वेतन के ब्योरे का मिलान कर लिया गया है। इसमें कुछ गड़बड़ी पायी गई है अथवा नहीं, इस बारे में अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं।