नई दिल्ली
कश्मीर में मोबाइल और इंटरनेट बंद होने की वजह से आर्मी को मिल रही खुफिया जानकारी में भी कमी आई है। वहीं आतंकियों ने लोगों को डराने के लिए साउथ कश्मीर में कई जगह पोस्टर लगाए हैं। जिसमें दुकान खोलने, गाड़ी चलाने या स्कूल जाने पर गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी गई है।
आर्मी को साउथ कश्मीर के कई इलाकों में हिज्बुल के लगाए पोस्टर मिले हैं। इन पोस्टर में वहां की आवाम को संबोधित करते हुए लिखा है कि दुकान खोलने का समय सुबह 6 से 9 और शाम को भी 6 से 9 बजे तक है बाकी वक्त दुकानें बंद रहेंगी। इसमें लिखा है कि कोई भी गाड़ी नहीं चलनी चाहिए, कुछ प्राइवेट वीइकल अभी भी चल रहे हैं जिनका नंबर हमारे पास है। ये आखिरी वॉर्निंग है अगर फिर दिखे तो जला देंगे। पोस्टर में लिखा है कि मुखबिरों के लिए भी आखिरी वॉर्निंग है और अगर किसी को पुलिस बुलाए तो ना जाएं। हिज्बुल की तरफ से पोस्टर में हिदायत दी गई है कि किसी भी गांव में कोई स्कूल नहीं खुलना चाहिए, लड़कियां सड़क पर ना दिखें। इसमें लिखा है कि हम आजादी के बहुत करीब हैं और आप हमारा साथ दें। जिसने इन बातों को नहीं माना तो उसका जिम्मेदार खुद होगा।
कम मिल रही है जानकारी
आर्मी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि फिलहाल हमें मिल रही खुफिया जानकारी में कमी आई है। यह कमी 70 पर्सेंट तक है। लोग हमसे संपर्क नहीं कर पा रहे और आतंकी भी आपस में बात नहीं कर पा रहे हैं जिससे उन्हें टेक्निक के जरिए पकड़ना अभी मुमकिन नहीं हो पा रहा है।
घुसपैठ की दो कोशिशें सफल
सीनियर आर्मी अधिकारी के मुताबिक आतंकी लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। ज्यादातर को हमने नाकाम किया है लेकिन आतंकियों की दो कोशिशें सफल हुई हैं इसलिए हम घाटी में उन्हें लगातार तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन मामलों में जब आतंकियों का सामना सुरक्षा बलों से हुआ तो आतंकी बच कर भाग गए। ये आतंकी घाटी में घुस गए हैं या एलओसी से दूसरी तरफ भाग गए यह अभी साफ नहीं है।