भोपाल
सोमवार (9 सितंबर) की सुबह भोपाल से इंदौर जाते समय सीहोर के पास नाले में बही नेक्सा शोरूम की रिलेशनशिप मैनेजर तनिष्का तलरेजा पिल्लई की तलाश आखिरकार गुरुवार को थम गई. गुरुवार दोपहर पीपाखेड़ी गांव के पास पार्वती नदी में तनिष्का तलरेजा पिल्लई का शव पानी में तैरता मिला. इसके बाद बीते चार दिन से एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड के करीब दो दर्जन से ज्यादा जवानों की ओर से चलाये जा रहा तलाशी अभियान खत्म गया.
सीहोर के पास नाले में जब सोमवार सुबह कार गिरी तो नाले में पानी का बहाव कितना तेज रहा होगा इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तनिष्का का शव हादसे की जगह से 80 किलोमीटर दूर जाकर मिला है. जिस कार से तनिष्का इंदौर जा रही थी उसमें शोरूम के 4 अन्य कर्मचारी भी थे, सीहोर के पास नाले में कार के गिरने के कुछ ही देर बाद इन 4 लोगों के शव को मिल गए थे लेकिन तनिष्का का पता नहीं चल पाया था. इसके बाद से ही तनिष्का की तलाश की जा रही थी. अब साफ हो गया है कि जताखेड़ा के पास नाले में गिरने के बाद तनिष्का पानी के तेज बहाव में बहते हुए दूसरे नाले में जाकर गिरी इसे खोकरी नाला बोलते हैं. ये नाला आगे जाकर सौंडा नाले में मिल जाता है, जो आगे जाकर पार्वती नदी में गिरता है और इन्ही तीन नालों से बहते हुए तनिष्का का शव पार्वती नदी तक बहता चला गय. पुलिस के मुताबिक इसलिए उसे ढूंढने में 4 दिन लग गए.
शोरूम की ड्रेस और एटीएम कार्ड से हुई पहचान
तनिष्का तलरेजा पिल्लई का शव चार दिनों तक पानी मे होने की वजह से बुरी तरह से खराब हो चुका था. शव को मछलियां खा गईं थी, जिस वजह से बॉडी की पहचान नहीं हो पा रही थी. आखिरकार डेडबॉडी की जेब में मिले एटीएम कार्ड से उसकी पहचान हो सकी. शव मिलने के बाद तनिष्का के परिजन दहाड़ें मार-मारकर रोने लगे. बता दें कि सोमवार सुबह नेक्सा शोरूम के ये पांच कर्मचारी भोपाल से इंदौर कम्पनी के काम से निकले थे, ये सभी सुजुकी एस-क्रॉस कार पर सवार थे. इस कार का सिहोर के पास एक्सीडेंट हो गया था.