इंदौर
स्वच्छता में देश में हैट्रिक लगाने वाले इंदौर (Indore) ने एक बार फिर बाजी मार ली है. स्वच्छता के क्वाटर्ली सर्वेक्षण में इंदौर ने फिर पहले नंबर पर कब्जा जमाया है. आपको बता दें कि पहली तिमाही (अप्रैल-मई-जून) और दूसरी तिमाही (जुलाई-अगस्त-सितंबर) के स्वच्छता सर्वेक्षण (Cleanliness Survey) के रिजल्ट आ गए हैं, इसमें इंदौर फिर से नंबर वन है. इसी के साथ सफाई का चौका मारने के लिए इंदौर ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है. जबकि पहली तिमाही में मध्य प्रदेश के ही भोपाल (Bhopal) ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है. हालांकि भोपाल दूसरी तिमाही में खिसककर 5वें स्थान पर पहुंच गया है. गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण तीन-तीन महीने का कर दिया गया है.
पहली तिमाही में 5वें नंबर पर रहने वाले राजकोट ने दूसरी तिमाही में दम दिखाया है. इस बार वह दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. इसके अलावा 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले टॉप पांच शहरों में इंदौर के बाद राजकोट, नवी मुंबई, वडोदरा और भोपाल का दबदबा रहा है.
इंदौर की इस बड़ी उपलब्धि पर महापौर मालिनी गौड़ ने शहरवासियों को ट्वीट कर बधाई दी है. उन्होंने लिखा कि बधाई और धन्यवाद इंदौर. स्वच्छता सर्वेक्षण के पहली व दूसरी तिमाही के परिणाम आ गए हैं, हमारा इंदौर फिर से नंबर-वन आया है अब मुख्य परीक्षा की घड़ी भी आने वाली है. 4 से 31 जनवरी 2020 तक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 चलेगा और हमें उस सर्वेक्षण में भी प्रथम आना है और स्वच्छता का चौका लगाना है.
इंदौर के पॉश इलाके पलासिया चौराहे से साकेत नगर के बीच बनीं आदर्श सड़क भी आजकल चर्चाओं में हैं. यूरोप की याद दिला रही इस सड़क को बनाने में 7 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. ये सड़क ऐसी है जिसे देखने दूरदराज से लोग आ रहे हैं. जबकि 15 जनवरी को हेमामालिनी और गौतम गंभीर समेत 20 सांसदों का दल भी इसे देखने पहुंच रहा है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 3 जनवरी को इसका उद्घाटन करेंगे और वे भी इस सड़क पर बैठकर भोजन करेंगे.