लखनऊ
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा कमिश्नरेट के प्रस्ताव पर मुहर लगने के साथ ही लखनऊ के पहले कमिश्नर के रूप में फिलवक्त प्रयागराज के एडीजी सुजीत पांडेय का नाम तय हो गया है। एडीजी प्रयागराज का पद संभालने से पहले 1994 बैच के आईपीएस सुजीत पांडेय उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह के पर्सनल स्टाफ थे। वर्ष 1968 में बिहार के पटना में जन्में सुजीत पांडेय की गिनती यूपी के तेज तर्रार अफसरों में की जाती है।
सुजीत पांडेय के पिता नरेंद्र कुमार पांडेय भी बिहार काडर के आईएएस अफसर थे। बात की जाए सुजीत पांडेय की शिक्षा की तो उन्होंने इतिहास विषय से मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। लखनऊ कमिश्नर बने पांडेय ने उत्तर प्रदेश के दर्जनभर जिलों में अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। उन्होंने मुंबई ब्लास्ट, नंदी ग्राम हिंसा, कॉमनवेल्थ जैसे कई मामलों की भी गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। वर्ष 2019 यानी पिछले वर्ष ही सुजीत पांडेय को प्रमोट कर एडीजी बनाया गया था। सुजीत पांडेय सात वर्षों तक सीबीआई में भी कार्यरत रहे हैं।
सम्मानित हो चुके हैं सुजीत पांडेय
लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर बने सुजीत पांडेय को उनके बेहतरीन कार्यशैली के लिए उत्कृष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। इससे पहले उन्हें वर्ष 2013 में आईजी बनाया गया था जबकि वर्ष 2009 में वह प्रमोट होकर डीआईजी बने थे। वह कहते हैं, 'ऐंटी करप्शन, तकरीबन सभी बड़े डिफेंस, कॉमनवेल्थ आदि जैसे महत्वपूर्ण मामलों की मैंने जांच की है।'