लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने आवास पर बच्चों को सहजन की दाल, दलिया, लड्डू व खिचड़ी खिलाकर राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने किशोरियों को पौष्टिक आहार की पोटली दी। सीएम ने एक बच्ची के जन्मदिन पर केक भी काटा और बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार की थाली देकर गोद भराई की रस्म पूरी की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रेष्ठ भारत के निमार्ण के लिए हर नागरिक का स्वस्थ्य होना जरूरी है। जब देश का हर बच्चा, पुरुष और महिलायें स्वस्थ होंगी, तभी श्रेष्ठ भारत का सपना साकार हो सकेगा। जिस देश का बचपन कमजोर, कुपोषण का शिकार हो उस देश की जवानी और विकास को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं। देश में कुपोषण के खिलाफ जंग की शुरुआत पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत पीएम मोदी स्वच्छता के साथ देश के हर नागरिक के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सभी जिलाधिकारियों और संबधित विभागों को एक कार्ययोजना बनाकर और मिलजुल कर कुपोषण से लड़ना होगा। कार्ययोजना के प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी बेहद जरूरी है। यदि संबंधित विभाग बेहतर तालमेल से काम करें, तो कुपोषण के खिलाफ जंग जीती जा सकती है।
इस अवसर पर प्रदेश की राज्यमंत्री गुलाब देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कल के भविष्य का आत्मसम्मन बढ़ाया है। प्रेरणा दी है। बच्चों को कर्तव्य निष्ठा से जोड़ा है। पूरा हिन्दुस्तन इनकी प्रतिभा से चमचमाएगा। वहीं, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि यह विशेष मौका है। पिछले ढाई वर्षों में शिक्षा में बहुत परिवर्तन हुए हैं। शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारा गया है। यूपी बोर्ड को नकल का गढ़ कहते थे। हमने बोर्ड को नकलविहीन किया है। उन्होंने कहा कि नकल के चलते मेधावियों के साथ अन्याय होता था। हमने मेधावियों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि हाईस्कूल व इंटर में 75 फीसदी से ऊपर अंक व आईसीएसई में 80 फीसदी वाले बच्चे अपना एनरोलमेंट एचसीएल में कराए तो 10 हजार रुपये और अंत में 21.20 लाख रुपये के पैकेज की नौकरी मिलेगी।