भोपाल
मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। सीएम कमलनाथ के बयान के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को अचानक ग्वालियर पहुंचे। यहां उन्होंने एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अब सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ये भी कहा कि 5 पत्र पांच सालों के लिए है लेकिन वचन पत्र पूरा नहीं हुआ तो अब सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा।
पीछे हटने को तैयार नहीं सिंधिया
सीएम कमलनाथ के तल्ख बयान के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया अचानक ग्वालियर पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं जनसेवक हूं और जनता के मुद्दों पर लड़ाई करना मेरा धर्म है। लेकिन अभी सब्र रखना एक साल हुआ है। वचन पत्र में जितने भी मुद्दे हैं उन्हें पूरा करना होगा अगर मुद्दे पूरे नहीं हुए तो हमें सड़कों पर तो उतरना ही पड़ेगा।
डैमज कंट्रोल में उतरे मंत्री
सिंधिया-कमलनाथ में बढ़ती तकरार के बीच कमलनाथ कैबिनेट के मंत्री डैमज कंट्रोल पर जुट गए हैं। मंत्री इमरती देवी वे कहा- अगर महाराज सड़क पर उतरे तो उनके साथ पूरी कांग्रेस सड़क पर उतरेगी। उन्होंने यह भी कहा कि महाराजा अकेले नहीं हैं। उनके साथ राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह और हमारे मुख्यमंत्री कमलनाथ भी हैं। लेकिन ये नौबत नहीं आई कि महाराज को सड़क पर उतरना पड़े। मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- कांग्रेस में सब ऑल इज वेल है।
क्या कहा था सिंधिया ने?
पिछले दिनों मध्यप्रदेश दौरे पर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के समर्थन में कहा था कि वचन पत्र में आपकी नियुक्ति की बात थी। थोड़ा धैर्य रखें, अगर आपकी मांगे पूरी नहीं होती है तो फिर हम भी आपके साथ सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे।