सावन का महीना तो शंकर भगवान का माना गया है। पर क्या आप जानते हैं कि सावन के महीने में मंगलवार को हनुमान जी की साधना बड़ी फलदायिनी मानी जाती है। मान्यता है कि सावन में शंकर भगवान के साथ बजरंगबली की भी पूजा करें तो वह प्रसन्न होकर हम पर कृपा करते हैं। आइए जानते हैं कुछ उपाय, जिससे आप अपने कष्टों से बाहर निकल सकें।
चमेली का तेल और सिंदूर
सावन महीने के किसी भी एक मंगलवार को आप हनुमान जी के मंदिर में जाकर चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर उनको चोला चढ़ाएं। चमेली के तेल का एक दीपक जलाकर हनुमान जी के सामने रख दें। हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर से मिश्रित चोला चढ़ाने के बाद गुलाब की माला अर्पित करें। प्रसाद में गुड़ व चना एक पान के पत्ते पर रखें।
बड़ के पत्ते से उपाय
सावन में किसी भी मंगलवार को स्नान करके सुबह-सुबह बड़ का पत्ता तोड़कर इसे स्वच्छ पानी से धो लें। फिर मंदिर में जाकर हनुमान जी की प्रतिमा के सामने इस पर केसर से श्रीराम लिखें और लिखकर अपने पर्स में इस पत्ते को रख लें। मान्यता है कि इस उपाय से पर्स पैसों से भरा रहता है। इस पत्ते को तब तक नदी में प्रवाहित ना करें, जब तक फिर से सावन मास न आ आए।
मनोकामना पूर्ति के उपाय
सावन के मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाएं और वहां चमेली का तेल का दीपक जलाएं। आपकी जो भी मनोकामना है, वह पूरी होने के लिए कहें इससे हनुमान जी प्रसन्न होते ही भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं। हनुमान जी के मंदिर में जाकर वहां बैठकर रक्षा राम स्रोत का पाठ करें और भोग में गुड़ और चने अर्पित करें। समस्याओं के निवारण के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करें।
तुलसी माला से जाप
मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करने से मनोकामना पूर्ण होती है। हनुमान जी को बूंदी का भोग लगाकर आसन पर बैठकर तुलसी की कम से कम पांच माला जप करें और इस श्लोक को पढ़े—
राम रामेति रमे रामे मनोरमे
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने
इस जाप को करके आप हनुमान जी को गुलाब का फूल अर्पित करें और मनोकामना पूरी होने के लिए प्रार्थना करें।