नई दिल्ली
स्मार्टफोन से चिपके रहने की लत यूजर्स के लिए चिंता का सबब बनती जा रही है। अब सामने आया है कि भारतीयों को उनके स्मार्टफोन्स से खासा प्यार है और लंबा वक्त यूजर्स अपनी मोबाइल की स्क्रीन के सामने गुजारते हैं। हर साल भारतीय यूजर औसत 75 दिन अपने स्मार्टफोन पर और सोशल मीडिया सर्विसेज का इस्तेमाल करते हुए बिताते हैं। कई यूजर्स को इसका अंदाजा तक नहीं कि स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) ने चाइनीज स्मार्टफोन कंपनी वीवो के साथ मिलकर रिपोर्ट तैयार की है कि किस तरह स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल यूजर्स की लाइफ पर असर डाल रहा है। स्मार्टफोन ज्यादा इस्तेमाल करने का असर लोगों के ऐक्शंस, मूड, रिश्तों और पसंद-नापसंद पर भी पड़ रहा है। रिपोर्ट तैयार करने के लिए रिसर्च फर्म ने 2000 लोगों से बात की, जिनमें 64 प्रतिशत पुरुष और 36 प्रतिशत महिला यूजर्स शामिल थे।
रोज एक तिहाई वक्त फोन पर
रिसर्चर्स ने पाया कि यूजर्स ने रोजाना अपना एक तिहाई समय स्मार्टफोन्स इस्तेमाल करते हुए बिताया। इस हिसाब से हर साल यूजर्स ने करीब 18 हजार घंटे अपना स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हुए बिताए। सर्वे में सामने आया है कि 75 प्रतिशत यूजर्स को उनका पहला स्मार्टफोन तब मिला था, जब वे टीनएजर्स/किशोर थे। वहीं, 41 प्रतिशत यूजर्स को हाई स्कूल कंप्लीट करने से पहले ही स्मार्टफोन मिल गया था। वहीं, तीन यूजर्स ने कहा कि वे अपना स्मार्टफोन देखे बिना परिवार या दोस्तों से 5 मिनट तक बात भी नहीं कर सकते हैं।
जिंदगी पर पड़ रहा बुरा असर
सर्वे में शामिल यूजर्स में आधे से ज्यादा लोगों ने पाया कि उन्होंने कभी अपने स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया हैंडल्स को स्विच ऑफ करने और ब्रेक लेने की कोशिश नहीं की है। लगभग सभी यूजर्स ने माना कि अपने दोस्तों और फैमिली मेंबर्स के साथ वर्चुअल कन्वर्सेशन उन्हें ज्यादा पसंद है। करीब 70 प्रतिशत यूजर्स ने पाया कि स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल का असर उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ रहा है और यह उनकी मानसिक व शारीरिक हालत पर भी बुरा असर डाल रहा है। पांच में से तीन यूजर्स ने कहा कि स्मार्टफोन छोड़ देने पर वे पहले से ज्यादा खुश रह पाएंगे।