रायपुर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बीजेपी (BJP) के 15 साल के कार्यकाल में से 9 साल आबकारी विभाग (Excise Department) में संविदा पर ओएसडी रहे समुंद्र राम सिंह (Samudra Ram Singh) को फरार घोषित कर दिया गया है. ईओडब्लू ने समुंद सिंह को गिरफ्तार कराने में मदद करने वाले को दस हजार रुपए का ईनाम देने का भी ऐलान किया है. मालूम हो कि समुंद्र सिंह 24 अप्रैल 2019 से फरार है. समुंद्र सिंह के खिलाफ ईओडब्लू ने 4 अप्रैल 2019 को भ्रष्टाचार अधिनियम 2018 और कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था. अपराध कायम होते ही आरोपी अधिकारी फरार हो गया था. समुंद्र सिंह को गिरफ्तार करने में अभी तक ईओडब्लू (EOW) कामयाब नहीं हो पाई है. ईओडब्लू ने अब समुंद्र सिंह की गिरफ्तारी में मदद करने को 10 हजार रुपए नगद ईनाम देने का फैसला किया है. समुंद्र सिंह मध्यप्रदेश के शहडोल जिले का निवासी है.
समुंद्र सिंह पर बीजेपी शासन के दौरान आबकारी नीति में बदलाव कर गड़बड़ी का आरोप है. आबकारी विभाग के सूत्रों के अनुसार समुंद्र सिंह पर प्रॉफिट मार्जिन, लो-क्वॉलिटी की शराब को आईएमएल की केटेगरी में रख कंपनियों- ठेकदारों को फायदा और टैक्स में गड़बड़ी की शिकायतों की पुष्टि हो चुकी है. इससे करीब 5 हजार करोड़ का नुकसान आंका गया है.
जानकारी के मुताबिक समुंद्र सिंह के ठिकानों पर 26 अप्रैल 2019 को ईओडब्ल्यू ने छापा मारा था. टीम ने रायपुर, बिलासपुर और बोरियाकला में उनके आवास सहित 8 ठिकानों पर छापामारी की कार्रवाई की थी. सिंह के खिलाफ एक कांग्रेस नेता ने 119 पेज के दस्तावेजों के साथ 22 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और ईओडब्ल्यू से शिकायत की थी. इसमें सिंह पर लिकर पॉलिसी, शराब बिक्री, प्रॉफिट मार्जिन, शराब ठेकेदारों और निर्माताओं को लाभ पहुंचाने, कर चोरी करने के संबंध में लगभग 5 हजार करोड़ रुपए के घोटाला करने का आरोप लगाया है.