सिवनी/श्योपुर
श्योपुर जिले में पिछले 24 घंटे में हुई बारिश से जहां एक ओर जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया वहीं दूसरी ओर राजस्थान को जोडऩे वाला प्रमुख कोटा मार्ग पर पार्वती नदी का पानी पुल पर 4 फीट होने से देर रात से बंद हो गया। दूसरी ओर सिवनी में भी भारी बारिश का दौर जारी है। यहां लगातार हो रही बारिश के कारण दर्जनों गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। तेज बारिश के कारण संजय सरोवर बांध के 8 गेट खोल दिए गए हैं। इसमें से 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यही नहीं जिले के नदी नाले भी उफान पर हैं। पानी छोडने के बाद प्रशासन ने बांध से प्रभावित होने वाले लगभग 50 गांवों में भी अलर्ट जारी किया गया है ।
श्योरपुर में पिछले दो दशक में सितम्बर माह की बरसात ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। शहर में 55 मिमी बरसात के साथ कुल 1105 मिमी बरसात हुई है। बडौदा तहसील में कल 6 घंटे में 123 मिमी बरसात से जनजीवन प्रभावित हो गया और इससे दुकानों व मकानों में काफी पानी भर गया। इस बरसात से 32 व 28 गाँवो में खरीफ की फसलो को भारी नुकसान होने का अनुमान है। अहेली नदी व उँदाखाड़ में भी उफान आ गया। वहीं, वनांचल के करहाल तहसील में बारिश का आकड़ा 1200 मिमी को पार कर गया।
विभाग ने बताया की श्योपुर में कुल 822 मिमी के मुकाबले 937 मिमी बरसात हो चुकी है। कोटा का मार्ग पर पार्वती नदी में पानी चढऩे से जलालपुरा चौकी बन्द हो गया है। गांधीसागर बांध का पानी गेट खुलने के बाद राजस्थान के कोटा बैराज के रास्ते चम्बल नदी में छोड़ा गया है। बीती शाम बैराज से 1 लाख 92 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया है जिससे पाली पुल पर जलस्तर बढा है लेकिन खतरे के निशान से नीचे है।