नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के प्रचार का नेतृत्व कर रहे गृहमंत्री अमित शाह ने यमुना गंदगी पर बात करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला। शाह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने कहा था कि वह यमुना की सफाई करेगी। मैं केजरीवाल जी को चुनौती देता हूं कि वे अपनी शर्ट उतारकर यमुना के पानी में डुबा कर देखें तो उन्हें पानी की स्थिति पता लग जाएगी। गृहमंत्री ने नजफगढ़ में रैली के दौरान ये बातें कहीं।
बजट सत्र से पहले केजरीवाल ने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लुए केंद्र को खत लिखकर फंड की मांग की थी। केजरीवाल ने ने कहा था कि दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए सरकार को फंड देना चाहिए। दिल्ली सरकार को यमुना की सफाई के लिए भी पर्याप्त फंड मिलना चाहिए ताकि हर घर में सीवर कनैक्शन दिया जा सके और शहर में मेट्रो को बढ़ाया जा सके।
बीते सप्ताह पार्टी अध्यक्ष के पद को छोड़ चुके अमित शाह ने अपने भाषण में दिल्ली के प्रदूषण का भी जिक्र किया और इसके लिए मुख्यमंत्री के जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली के प्रदूषण के लिए आज के समय में कोई जिम्मेदार है तो वह अरविंद केजरीवाल हैं। दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है।
उधर आम आदमी पार्टी (आप) ने निर्वाचन आयोग से कथित तौर पर दिल्ली सरकार के स्कूल का फर्जी वीडियो ट्वीट करने के मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक लगाने की मांग की है। पार्टी नेता संजय सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी। आप नेता सिंह और पंकज गुप्ता ने निर्वाचन आयोग से भाजपा नेताओं पर दिल्लीवालों को '' गलत तरीके से बदनाम करने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूल का फर्जी वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि हाल में अमित शाह ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बदहाल दिखाया गया था और कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि- अरविंद केजरीवाल जी आपने मुझे दिल्ली सरकार द्वारा संचालित स्कूल देखने के लिए बुलाया था। कल दिल्ली भाजपा के आठों सांसद अलग-अलग स्कूल में गए और देखिए इनका क्या हाल है।इनकी बदहाली ने आपकी ‘शिक्षा की क्रांति’ के दावों की पोल खोल दी। अब आपको दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दावा किया था कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से शहर के सरकारी स्कूलों में कथित खामियां उजागर करने के लिए जारी किए गए वीडियो फर्जी हैं।