पटना
भड़काऊ भाषण देने के आरोपी जेएनयू स्कॉलर शरजील इमाम की गिरफ्तारी पर कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि सरकार सत्यनारायण भगवान के प्रसाद की तरह देशद्रोह का मुकदमा बांट रही है। कन्हैया कुमार ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के विवादित भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि अगर शरजील पर मुकदमा तो अनुराग ठाकुर पर ऐसा बयान देने के लिए देशद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज हुआ।
कन्हैया कुमार गुरुवार से बिहार की राजधानी पटना से संविधान बचाओ नागरिकता बचाओ रैली की शुरुआत करेंगे। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने शरजील इमाम का मुद्दा उठाते हुए कहा कि शरजील पर देशद्रोह का मुकदमा है तो अनुराग ठाकुर पर क्यों नहीं। कन्हैया कुमार ने कहा, 'मैं कानून का सर्मथक हूं। मुझे उम्मीद है कि पुलिस सत्ता में बैठे लोगों के दबाव में काम नहीं करेगी। दूध का दूध पानी का पानी होगा।'
'मुझ पर भी लगा देशद्रोह का केस, चार साल में साबित नहीं हुआ'
कन्हैया ने आगे कहा, 'शरजील से मेरा वैचारिक मतभेद है। देश में किसी को हिंसा की इजाजत नहीं है। देशद्रोह का मुकदमा मुझ पर भी हुआ। चार साल में कुछ साबित नहीं हुआ। मेरे कई विडियो वायरल हुए।' कन्हैया कुमार ने कहा, अनुराग ठाकुर ने गोली मारने की बात कही, उन पर कोई देशद्रोह का मुकदमा नहीं हुआ? देशद्रोह का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। सरकार सत्यनारायण भगवान के प्रसाद की तरह देशद्रोह का मुकदमा बांट रही है।'
शरजील की कोर्ट में होगी पेशी
जेएनयू के पीएचडी छात्र शरजील इमाम को ट्रांजिट रिमांड पर बिहार से दिल्ली लाया गया है। शरजील को यहां पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।बता दें कि शरजील को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया था। बता दें कि शरजील ने विवादित बयान देते हुए असम को भारत से अलग करने की बात कही थी। यह विडियो वायरल होने के बाद शरजील के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ और कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाशी में जुट गई थी।
एक महीने तक चलेगी संविधान बचाओ यात्रा
कन्हैया कुमार ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के काम पर चर्चा ना हो इसलिए शरजील पर चर्चा हो रही है। कन्हैया कुमार ने आगे कहा, 'सविधान बचाओ नागरिकता बचाओ रैली 29 फरवरी को पटना में गांधी मैदान में खत्म होगी। यह यात्रा कल से एक महीने यात्रा चलेगी। लोकतंत्र को बचाना जरूरी है। लोगों के बीच प्रेम बढ़ाना हमारा ध्येय। एक हाथ में तिरंगा और संविधान होगा और दूसरे हाथ में सरकार से सवाल होंगे।'